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मच्छरदानी में सोते हुए मिला कोबरा, आगे क्या हुआ? जानकर चकरा जाएगा दिमाग

  • Edited By Priya Yadav,
  • Updated: 18 Aug, 2025 05:37 PM
मच्छरदानी में सोते हुए मिला कोबरा, आगे क्या हुआ? जानकर चकरा जाएगा दिमाग

 नारी डेस्क: ओडिशा के मयूरभंज जिले से एक दिलचस्प और थोड़ी डरावनी घटना सामने आई है। यहां के सिमिलिपाल टाइगर रिजर्व के दुखरा फॉरेस्ट डिवीजन में स्थित दहीसाही गांव के एक मिट्टी के घर में एक कोबरा सांप घुस गया। यह सांप उस मच्छरदानी के अंदर सो रहे एक आदमी के बगल में लेट गया, जिससे वहां सनसनी फैल गई।

क्या हुआ पूरा मामला?

बारिश के मौसम में मयूरभंज जिले के दहीसाही गांव में एक घर में कोबरा सांप घुस गया। घर के मालिक मच्छरदानी के अंदर सो रहे थे, उसी मच्छरदानी के पास यह सांप भी आराम से लेटा था। सुबह जब घर वाले जागे तो उन्होंने कोबरा को देखा तो उनकी सांसें अटक गईं। लेकिन हैरानी की बात यह थी कि कोबरा ने हमला नहीं किया और वह शांति से बगल में ही पड़ा रहा। घर के मालिक ने डर के बजाय धैर्य दिखाया और अपने परिवार के एक सदस्य को वन विभाग की बचाव टीम को बुलाने के लिए कहा।

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वन विभाग की टीम ने की समय पर मदद

सूचना मिलते ही वन विभाग की रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची। टीम के साथ सांप पकड़ने के विशेषज्ञ कृष्ण गोछायात भी थे। उन्होंने सबसे पहले घर के मालिक को सुरक्षित बाहर निकाला ताकि कोई खतरा न हो। उसके बाद वे मच्छरदानी के अंदर गए और सावधानी से कोबरा सांप को पकड़ लिया। इसके बाद उन्होंने इसे जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया। इस घटना में घर के मालिक को कोई चोट नहीं आई।

वन विभाग का क्या कहना है?

वन विभाग के अधिकारी बताते हैं कि बारिश के कारण सांप अपने प्राकृतिक आवास से बाहर निकलकर सुरक्षित स्थान की तलाश में रहते हैं। आमतौर पर कोबरा सांप इंसानों से दूर रहते हैं और टकराव से बचते हैं। लेकिन अगर वे घिर जाएं या खतरा महसूस करें तो वे खुद की रक्षा के लिए काट भी सकते हैं। यह उनकी स्वाभाविक प्रवृत्ति होती है।

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गांववालों ने जताया आभार

दहीसाही गांव के लोग वन विभाग और बचाव टीम को धन्यवाद दे रहे हैं कि उन्होंने समय रहते इस खतरे से निपटकर दोनों – आदमी और सांप – को सुरक्षित रखा।

यह घटना हमें यह भी याद दिलाती है कि हमें ऐसे समय में सावधानी बरतनी चाहिए जब बारिश के मौसम में सांप अपने ठिकानों से बाहर आ सकते हैं। साथ ही वन विभाग की टीम की मेहनत और तत्परता की भी प्रशंसा करनी चाहिए, जिन्होंने बड़े ही संयम और दक्षता से इस स्थिति को संभाला।  

 

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