भारत में अभी कोरोना वायरस की दूसरी लहर थमी नहीं कि एक और आफत आन पड़ी हैं। दरअसल, आंध्र प्रदेश में एपी स्ट्रेन (AP Strain) नाम का कोरोना वायरस का एक नया वैरिएंट सामने आया है। वैज्ञानिक भाषा में इसे N440K वैरिएंट कहा जा रहा है। और बताया जा रहाहै कि यह वैरिएंट 15 गुना ज्यादा संक्रामक है।
3-4 दिनों में ही मरीज़ की कर देता है बुरी हालत-
इसकी खोज सेंटर फॉर सेल्यूलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी (CCMB) के वैज्ञानिकों ने की है। इससे संक्रमित होने वाले मरीज 3-4 दिनों में हाइपोक्सिया या डिस्पनिया के शिकार हो जाते हैं। यानि कि मरीज के फेफड़े तक सांस पहुंचना बंद हो जाती है ऐसा देखने में आ रहा है कि कोरोना वायरस का ये नया एपी स्ट्रेन यानी N440K वैरिएंट जल्दी विकसित हो रहा है। वहीं इस स्थिति में अगर सही समय पर इलाज और ऑक्सीजन सपोर्ट नहीं मिला तो मरीज की मौत हो जाती है। भारत में इन दिनों इसी के चलते ज्यादातर मरीजों की मौत हो रही है।
स्ट्रांग इम्यूनिटी वालों को भी नहीं छोड़ रहा है ये स्ट्रेन-
ये काफी तेजी से फैल रहा है साथ ही ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। एपी स्ट्रेन को लेकर अभी वैज्ञानिक भी परेशान हैं, क्योंकि इसके बारे में ज्यादा कुछ बता पाना मुश्किल हो रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक यह वायरस तेजी से युवा वर्ग को घेर कर रहा है और इसकी चपेट में ऐसे लोग भी आ रहें हैं जिनकी इम्यूनिटी बहुत स्ट्रांग है।
मौजूदा स्ट्रेन B1617 और B117 से कहीं ज्यादा खतरनाक-
इस नए स्ट्रेन के चलते लोगों के शरीर में साइटोकाइन स्टॉर्म की समस्या आती है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, ये स्ट्रेन युवाओं और बच्चों पर तेजी से हावी हो रहा है। विशेषज्ञों के मुताबिक, अगर समय रहते इसके चेन को तोड़ा नहीं गया तो कोरोना की ये दूसरी लहर और भी ज्यादा भयावह हो सकती है। ये मौजूदा स्ट्रेन B1617 और B117 से कहीं ज्यादा खतरनाक है।
पिछले सात दिनों में महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल और तेलंगाना में कोरोना के केस बढ़ने के पीछे इस वेरियंट को भी एक मुख्य कारन माना जा रहा है।