अफगानिस्तान पर कब्जा जमाते ही तालिबानियों ने अपना शासन लागू कर दिया है। वहां के स्थानीय लोग तालिबानियों से इतने डरे हुए है कि लोग अपना देश छोड़ने पर मजबूर हो गए हैं। वहीं महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सबसे अधिक खतरे में है। जिसे देखते हुए वहां की मजबूर मांओं ने अपने बच्चों को बचाने के लिए काबूल एयरपोर्ट की बाहरी दीवारों पर लगी कंटीली तारों के उपर उन्हें फेंकते हुए देखा गया। जिसकी कुछ तस्वीरें और वीडियो भी सामने आई हैं।
तालिबानी शासन में लोग अपनी जिंदगी को नर्क बनता नहीं देख सकते
तालिबानी शासन में लोग अपनी जिंदगी को नर्क बनता नहीं देख सकते हैं जिसके चलते उन्हें यह कदम उठाना पड़ रहा है। इतना ही नहीं तालिबान ने निहत्थे प्रदर्शनकारियों पर बर्बरता की सारी हदें पार कर दी। तालिबान एयरपोर्ट तक पहुंचने के इच्छुक लोगों के लिए सुरक्षित मार्ग मुहैया कराने को लेकर प्रतिबद्ध था, लेकिन इसके बाद भी तालिबान द्वारा प्रदर्शनकारियों पर हमला किया गया और भीड़ पर कोड़े बरसाए गए इतना ही नहीं उन्होंने इस दौरान लोगों पर फायरिंग भी की जिसमें कई मासूम मारे गए।
डरी हुई मांओं ने अपनें बच्चों को कंटीली तारों के ऊपर से फेंका
इन डरावने माहौल को देखते हुए काबुल एयरपोर्ट पर डरी हुई मांए अपनें बच्चों को तारों के ऊपर से फेंकते हुए नजर आई वे बच्चों को ब्रिटिश पैराट्रूपर्स से सुरक्षित स्थान पर ले जाने की भीख मांगती दिखाई दीं।
तालिबानी से डरी मां चीख रही थी 'मेरे बच्चे को बचाओ'
वहां के एक अधिकारी ने एक न्यूज पोर्टल को बताया कि मां हताश थीं, उन्हें तालिबान द्वारा पीटा जा रहा था, वे चीख रहीं थीं कि मेरे बच्चे को बचाओ और इन महिलाओं ने बच्चों को हमारी तरफ फेंकना शुरू कर दिया। कुछ बच्चे कटीले तारों पर गिर गए और घायल हो गए, बच्चों के घायल की यह तस्वीरें दिल को झकझोंर कर देने वाली है। पूरी दुनिया में अफगानी महिलाओं की सुरक्षा चिंता का विषय बना हुआ है।