कहते हैं डॉक्टर भगवान का रुप होते हैं लेकिन आजकल लोग फेसबुक, वट्सअप और इंस्टाग्राम जैसी सोशल साइट्स को ही अपना भगवान बना बैठे हैं। बीमारी छोटी हो या बड़ी, लोग उसका इलाज खोजने के लिए सबसे पहले सोशल मीडिया की तरफ दौड़ते हैं। मगर, इन साइट्स पर उपलब्ध जानकारी पूरी सही नहीं होती। ऐसे में गलत इलाज आपकी जान भी ले सकता है।
ऐसा ही कुछ हुआ अमेरिका में रहने वाली एक महिला के साथ, जिन्हें गलत इलाज के चलते अपनी जान गवानी पड़ी। दरअसल, अमेरिका की रहने वाली एक महिला ने अपने बेटे को हुए फ्लू के संबंध में डॉक्टर के द्वारा दी गई सलाह नहीं मानी। महिला ने एक ऑनलाइन एंटी-वैक्सीन ग्रुप के सदस्यों की गलत सलाह मान ली। इसका नुकसान यह हुआ कि उसके 4 साल के बेटे को अपनी जान गवांनी पड़ी।
खबरों के मुताबिक, बच्चे की मां फेसबुक पर काफी बिजी रहती थी और वो स्टॉप मेंडेटरी वैक्सीनेशन नां के ग्रुप से जुड़ी हुई है। यह फेसबुक का सबसे बड़ी वैक्सीनेशन ग्रुप है। बच्चे की मां ने इस ग्रुप में खबर छेड़ दी की उसके बेटे को फ्लू है और डॉक्टर ने उसे टैमीफ्लीू देने को कहा है। फिर क्या था, ग्रुप के लोगों ने उस सलाह देना शुरू किया कि वो वैक्सीन रिएक्शन कर सकती है।
बहुत से लोगों ने उसकी पोस्ट पर कमेंट भी किया। इस पर मां ने डॉक्टर की सलाह की बजाए फेसबुक पर दी गई सलाह मान ली और बच्चे को उनकी बताई दे दी। फिर कुछ देर बाद बच्चे की तबीयत और भी बिगड़ने लगी।
जब उसे 104 बुखार हो गया तो वो महिला उसे 4 दिन बाद डॉक्टर के पास लेकर गई। मगर, तब तक इलाज में काफी देरी हो चुकी थी इसलिए बच्चे को बचाया ना जा सका। बच्चे की मौत के बाद महिला ने फेसबुक पर पोस्ट शेयर की और लिखा, 'मुझे डॉक्टर की बात मान लेनी चाहिए थी। मैं समझ गई हूं कि फेसबुक पर दी जाने वाली जानकारी सही नहीं होती।'
सोशल साइट्स की बजाए डॉक्टर की सलाह से ही कोई भी दवा लेनी चाहिए, फिर बीमारी चाहे कितनी भी छोटी क्यों ना हो। आपकी एक छोटी-सी गलती ना सिर्फ आप पर बल्कि परिवार के ऊपर भी भारी पड़ सकती है।
लाइफस्टाइल से जुड़ी लेटेस्ट खबरों के लिए डाउनलोड करें NARI APP