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वॉटर रिटेंशन की प्राॅब्लम को इन लक्षणों से पहचानें और जानिए क्या है इसके घरेलू उपचार

  • Edited By Anu Malhotra,
  • Updated: 26 Jun, 2021 05:59 PM
वॉटर रिटेंशन की प्राॅब्लम को इन लक्षणों से पहचानें और जानिए क्या है इसके घरेलू उपचार

अगर आपका भी हर दिन वजन घटता-बढ़ता रहता है, तो आपको वॉटर रिटेंशन की समस्या हो सकती हैं। बहुत लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं रहती। वॉटर रिटेंशन से चेहरे, हाथ और पैरों में सूजन की समस्या होने लगती है इतना ही पैरों में दर्द की शिकायत भी होने लगती है। अकसर इन लक्षणों को हम नज़रंदाज़ कर देते हैं लेकिन ऐसा करने पर यह समस्या और बढ़ जाती है। 

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इस समस्या को दूर करने के लिए आज हम आपको कुछ घरेलू उपाय बता रहे है तो आईए जानते हैं इनके बारे में- 

-अगर ऐसी समस्या है तो सबसे पहले आप नमक की मात्रा को कम कर दें। खाने में अगर नमक कम है तो ऊपर से नमक न खाएं। एक दिन में 2,300 एमजी से ज्यादा नमक न खाएं।  

-बाहर का खाना अवाॅइड करें।  वॉटर रिटेंशन की समस्या से दूर रहना चाहते हैं तो रेडी टू इट प्रोडक्ट से भी परहेज करे। इनमें नमक की मात्रा ज्यादा हो सकती है जो आपकी समस्या को और बढ़ा सकते हैं। 

- अगर आपको इसकी ज्यादा समस्या लग रही हो तो फौरन डॉक्टर से संपर्क करें। डॉक्टर आपको वॉटर पिल देकर शरीर से पानी को निकाल देंगे। 

- अधिक पानी पीने से वास्तव में वॉटर रिटेंशन को रोकने में मदद मिलती है। 

-लंबे समय तक एक ही आसन में न बैठे। इससे शरीर में सूजन और बढ़ जाती है।  थोड़े-थोड़े समय पर टहलते रहे और बॉडी को स्ट्रेच करे।

-लैवेंडर से निकाला गया तेल वॉटर रिटेंशन का सबसे अच्छा घरेलू उपचारहै। इसके प्रयोग से वॉटर रिटेंशन से छुटकारा पाने में मदद मिल सकती है। साथ ही इसके एंटीइंफ्लेमेटरी गुण सूजन को भी कम कर सकते हैं।

-अपनी डाइट में प्रोटीन का सेवन बढ़ाएं। जैसे अंकुरित मूंग, साबुत दाल, पनीर, टोफू, मछली, अंडे और कम वसा वाला दही।

-खाने में मैदा से बने उत्पाद बिल्कुल न लें। जैसे कि बिस्कुट, नान, रूमाली रोटी, बर्गर, पिज्जा, व्हाइट ब्रेड, केक और पेस्ट्री शामिल हैं।

- आपको अधिक मूत्रवर्धक खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए, जैसे कि विटामिन-बी6 वॉटर रिटेंशन को दूर करने में सहायक है। विटामिन-बी6 के अच्छे स्रोतों में ब्राउन राइस और रेड मीट शामिल हैं।

- वॉटर रिटेंशन को कम करने के लिए सिंहपर्णी पत्ती, मकई, क्रैनबेरी, तरबूज, अजवायन, अदरक, गाजर, नींबू व दालचीनी को अपने आहार में शामिल करें।

- अपने दैनिक आहार में ताजे फल और कम वसा वाले डेयरी खाद्य पदार्थ शामिल कर सकते हैं।

- खट्टे फल, हरी पत्तेदार सब्जियां, ब्रोकली, पालक, टमाटर और सोयाबीन विटामिन के अच्छे स्रोत होते हैं। इन्हें भी आप अपने भाेजन में शामिल कर सकते हैं।

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वॉटर रिटेंशन के कारण- 
-लंबे सफर के दौरान एक ही जगह बैठे रहने से वॉटर रिटेंशन की समस्या हाे सकती है।
-एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन शरीर के तरल पदार्थ को नियंत्रित करते हैं। जब इन हार्मोन में उतार-चढ़ाव होता है, तो शरीर के टिशू में पानी जमा हो जाता है।
- पीरीयड के दौरान तेजी से हार्मोन्स में परिवर्तन होता है और एस्ट्रोजन व प्रोजेस्टेरोन हार्मोन घटने लगते हैं, जिससे वॉटर रिटेंशन होता है।
 

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पैरों में जमा पानी को निकालने के लिए टिप्स-
- वॉटर रिटेंशन की समस्या होने पर सबसे ज्यादा प्रभाव पैरों पर पड़ता है।  पैरों में जमा पानी को निकालने के लिए आप सीधे ज़मीन पर लेट जाएं और पैरों को ऊपर की ओर उठाएं। इससे आपको आराम मिलेगा। रात में सोते समय पैरों के नीचे दो तकिया लगाकर सोने से भी लाभ मिलेगा।  

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ये है वाटर रिटेंशन के लक्षण- 
-पैरों में सूजन
-टखने में सूजन
- खिंची हुई और लाल त्वचा
-उंगलियां और हाथों का फूलना
-उंगलियों पर अंगूठी सामान्य से अधिक सख्त महसूस करना
-अचानक वजन बढ़ना
 

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