लोगों को अलग-अलग जगहों पर घूमने का शौक होता है। कुछ लोगों को प्राकृतिक नजारों को देखने में मजा आता है तो कई रहस्यों की खोज करना पसंद करते हैं। वहीं दुनियाभर में बहुत सी जगह खूबसूरती के साथ रहस्यों से भरी हुई है। मगर इसमें छिपे राज के बारे में आजतक कोई भी नहीं जा पाया है। चलिए जानते हैं इन रहस्यमयी जगहों के बारे में...
उलुरु, ऑस्ट्रेलिया (Uluru, Australia)
ऑस्ट्रेलिया में स्थित उलुरु (एयर्स रॉक) एक साहसिक स्ट्रीक के साथ पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंद्र हैं। यह बलुआ पत्थर की चट्टान का एक विशाल खंड है। यह कुछ हद तक कछुए के ऊपरी खोल की तरह नजर आता है। कहा जाता है कि यहां पर ऑस्ट्रेलियाई आदिवासी रहते हैं।
स्टोनहेंज, इंग्लैंड (Stonehenge, England)
स्टोनहेंज रहस्य और जादू से भरी जगह है। इंग्लैंड में स्थित यह जगह करीब 5000 साल पुरानी है। यह आमतौर पर यूनिक ब्लूस्टोन सामग्री से बने विशाल मेगालिथ पत्थरों का एक गोलाकार समूह माना जाता है। कहा जाता है कि यह रहस्य से भरा यह ब्लूस्टोन केवल पेम्ब्रोकशायर के प्रेस्ली हिल्स पर है। यह बेल्स से करीब 322 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। बात इसके रहस्य की करें तो इस बात का पता आज तक कोई नहीं लगा पाया कि आखिर नियोलिथिक फोक्स ने इतनी विशाल चट्टानों को पूरे रास्ते तक कैसे पहुंचाया। इसके साथ ही असल में इसे बनाने का उद्देश्य क्या था।
रोसवेल, यूएसए (Roswell, Usa)
अमेरिका के न्यू मैक्सिको में रोसवेल एलियन कॉन्सपिरेसी थ्योरीज का हब बना हुआ है। यह छोटा का अमेरिकी शहर 1947 में विश्वभर में सुर्खियों में आ गया है। इस दौरान खेत में काम करने वाले एक स्थानीय अधिकारियों को इस बात को लेकर सूचित किया था कि एक उड़न तश्तरी बार-बार दुर्घटना के मलवे से टकरा रहा था।
कोडिन्ही- जुड़वां बच्चों का गांव, भारत (Kodinhi The Village Of Twins, India)
विदेश की तरह भारत में कई खास जगहें है। इनमें से कोडिन्ही केरल का एक छोटा सा गांव भी शामिल है। इस गांव करीब 2,000 परिवार निवास करते हैं। कहा जाता है कि यह दुनिया का एकलौता गांव है जहां पर जुड़वां बच्चे हैं। बता दें, इस गांव में 200 के करीब जुड़वां बच्चे हैं। साथ ही इसके पीछे का कारण आजतक कोई भी डॉक्टर या वैज्ञानिक नहीं जा पाया है।
कामाख्या देवी मंदिर, भारत (Kamakhya Devi Temple, India)
भारत में कई रहस्मयी मंदिर है। इनमें असम में स्थित कामाख्या देवी मंदिर एक है। मंदिर में काली माता की पूजा होती है। मान्यता है कि यहां पर देवी सती के शरीर का अंग गिरा था। एक किंवदंती के अनुसार, यहां पर देवी सती की योनि गिरी थी। ऐसे में हर साल खास महीने में 3 तीनों तक रहस्यमयी घटना होती है। कहा जाता है कि इस दौरान देवी मां मासिक धर्म से गुजरती है। इसलिए माता के खून से मंदिर के पास बहने वाली ब्रह्मपुत्र नदी का पानी लाल हो जाता है। साथ ही यहां पर माता का वह खून वाला कपड़ा ही भक्तों को प्रसाद के तौर पर दिया जाता है।