पोस्ट ऑफिस के बारे में तो आपने सुना ही होगा लेकिन आज हम आपको एक अलग पोस्ट ऑफिस के बारे में बताने वाले हैं। यह पोस्ट ऑफिस इसलिए अलग है क्योंकि यहां सिर्फ महिलाएं काम करती है। चलिए जानते हैं इस बेहद खास पोस्ट ऑफिस के बारे में....
कब खुला था देश का पहला महिला पोस्ट ऑफिस?
देश का पहला महिला पोस्ट ऑफिस साल 2013 में खुला था। इस पोस्ट ऑफिस का उद्घाटन केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री कपिल सिब्बल द्वारा किया गया था। राजधानी दिल्ली के शास्त्र भवन में खुले इस डाकघर में सारे कामों की जिम्मेदार महिलाएं ही देखती हैं। यह सफर यही ही नहीं थमा। इसके बाद भारत में और भी कई महिला पोस्ट ऑफिस खुले।
भटींडा में भी खुले चुका है ऐसा ही पोस्ट ऑफिस
भटींडा में भी एक ऐसा डाकघर है जहां पोस्ट मास्टर से लेकर सहायक स्टाफ तक का काम महिलाएं ही करती हैं। इस डाकघर विभाग के मुताबिक ऐसा करने के पीछे का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर और सश्क्त बनाना है। खबरों की मानें तो इस पोस्ट ऑफिस में काम करने वाली सब पोस्ट मास्टर सुनीता शर्मा बताती हैं कि महिलाओं की परेशानियों के हल के रुप में एक अच्छा कदम है। उन्होंने ऐसा भी कहा कि महिलाओं को दूसरी महिला के साथ काम करते वक्त ज्यादा सहज महसूस होती है।
इसी साल पुणे में भी खुले हैं 2 महीला पोस्ट ऑफिस
इसी साल आजादी के अवसर पर पुणे में 2 महिला पोस्ट ऑफिस खुले हैं। पुणे छावनी पूर्वी और डॉ.बी.ए. चौक पर 2 महिला पोस्ट ऑफिस का उद्घाटन किया गया है। इन पोस्ट ऑफिस को खोलने के पीछे का मकसद भी भारतीय डाक सेवा में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाना है।
केरल में भी महिला पोस्ट ऑफिस
केरल के पीएमजी डाकघर को भी 2013 में महिला पोस्ट ऑफिस में बदल दिया गया था। जिससे यह केरल का पहला पूर्ण- महिला डाकघर बन गया था। ये डाकघर पूरी तरह से महिला कर्मचारियों द्वारा संचालित है।