बॉलीवुड में तनुजा को एक ऐसी अभिनेत्री के तौर पर जाना जाता है, जिन्होंने अभिनेत्रियों को परंपरागत रूप से पेश किए जाने के तरीके को बदलकर अपने बिंदास अभिनय से दर्शको के बीच अपनी खास पहचान बनाई। 50 के दशक में उन्हें टॉम बॉय का खिताब मिल गया। वे पार्टियों में बोल्ड कपड़े पहनते थीं और खुलेआम सिगरेट और शराब पीती थीं।
1950 में की थी करियर की शुरूआत
तनुजा ने अपने सिने करियर की शुरूआत बतौर बाल कलाकार वर्ष 1950 में अपनी मां के होम प्रोडक्शन की फिल्म हमारी बेटी (1950) से की। इस फिल्म से तनुजा की बड़ी बहन नूतन ने भी अभिनेत्री के तौर पर शुरूआत की थी। 13 साल की उम्र में तनूजा पढ़ने के लिये स्विटजरलैंड चली गई जहां उन्होंने अंग्रेजी, फ्रेंच और जर्मन भाषाएं सीखीं। बतौर अभिनेत्री छबीली (1958) उनकी पहली फिल्म थी।
सिगरेट और व्हिस्की पीने से नहीं करती थी परहेज
वर्ष 1961 में प्रदर्शित फिल्म हमारी याद आएगी तनुजा के करियर की महत्वपूर्ण फिल्म साबित हुई। इस फिल्म में उन्होंने इतना सहज स्वाभाविक अभिनय किया कि दर्शकों ने महसूस किया कि गीता बाली की असमय मौत के बाद उनके खाली स्थान को भरने वाली नायिका उन्हें मिल गयी है। तनुजा ने अपनी जिंदगी बिंदास अंदाज मे जी और कभी इस बात की परवाह नही की लोग उनके बारे में क्या सोचते हैं।तनुजा उन चंद अभिनेत्रियों में शामिल थी जो सिगरेट और व्हिस्की पीया करती थीं।
बंगला फिल्मों में भी किया काम
हिंदी फिल्मों के अलवा तनुजा ने बंगला फिल्मों में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। बांग्ला फिल्मों में तनुजा की जोड़ी उत्तम कुमार और सौमित्र चटर्जी के साथ काफी पसंद की गई। इसके अलावा उन्होंने गुजराती, मराठी, मलयालम और पंजाबी भाषाओं की फिल्मों में काम किया। तनूजा ने शशधर मुखर्जी के सबसे छोटे पुत्र शोमू मुखर्जी से वर्ष 1973 में शादी कर ली। उनकी दो बेटियां है। बड़ी बेटी काजोल भी हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री की जानी मानी अत्रिनेत्रियों में मानी जाती है।
राजेश खन्ना के साथ पसंद की जाती थी तनुजा की जोड़ी
तनुजा के सिने करियर में उनकी जोड़ी राजेश खन्ना के साथ काफी पसंद की गई। वर्ष 1967 में प्रदर्शित फिल्म पैसा या प्यार के लिए उनको सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का फिल्मफेयर पुरस्कार दिया गया। तनूजा की करियर की कुछ उल्लेखनीय हिन्दी फिल्में नयी उमर की नयी फसल, भूत बंगला, बहारें फिर भी आएंगी, ज्वैल थीफ, दो दूनी चार, जीने की राह, गुस्ताखी माफ, पैसा या प्यार, पवित्र पापी, बचपन, हाथी मेरे साथी, दूर का राही, मेरे जीवन साथी, दो चोर, एक बार मुस्क रा दो, अनुभव,अमीर गरीब.इम्तिहान,प्रेम रोग,बेखुदी,साथिया, खाकी आदि शामिल है।