अपने जमाने की सबसे खूबसूरत एक्ट्रेस सायरा बानो 75 साल की हो गई है। उन्हें बचपन से ही एक्टिंग का बहुत शौंक था लेकिन परिवार बिल्कुल भी नहीं चाहता था कि वह फिल्मों में आए। महज 17 साल की उम्र में सायरा ने अपना फिल्मी करियर शुरू किया था। सायरा ने साल 1961 में पहली फिल्म की 'जंगली' से डेब्यू किया, फिल्म सुपरहिट हुई थी और इसके लिए उन्हें बेस्ट एक्ट्रेस के फिल्म फेयर अवार्ड के लिए भी नामांकित किया गया था।
रिलेशनशिप को लेकर चर्चा में रही सायरा बानो
फिल्म ‘पड़ोसन’ से वह रातों-रात स्टार बनी थी। इसके बाद उन्होंने कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया। सायरा अपने फिल्मी करियर से ज्यादा रिलेशनशिप को लेकर चर्चा में रहीं। सायरा ने दिलीप कुमार से शादी की थी। सायरा सिर्फ 8 साल की थी जब वह दिलीप कुमार की फिल्मों की दीवानी हो गई। जब ये बात दिलीप कुमार के सामने आई तब उनकी उम्र 44 साल थी और सायरा उस वक्त सिर्फ 22 साल की थी।
प्यार को इंप्रैस करने के लिए सीखी उर्दू और पार्सियन
एक बार दिलीप कुमार ने सायरा के साथ फिल्म करने से भी मना कर दिया था, उनका कहना था कि इतनी छोटी उम्र में रोमांस करना ठीक नहीं। सायरा ने अपने प्यार को इंप्रैस करने के लिए उर्दू और पार्सियन भी सीखी। सायरा दिलीप की हर बात को अच्छे से जान लेना चाहती थी। उनकी पसंद-नापसंद के बारे में पूरी तरह से जानकारी भी ले ली थी। उम्र के फासले के कारण दिलीप कुमार इस रिश्ते के लिए तैयार नहीं थे लेकिन वह जानते थे कि सायरा उनसे बहुत प्यार करती हैं। मगर हालात ऐसे हुए कि जिस सायरा से दिलीप शादी नहीं करना चाहते थे, वहीं उनकी जीवनसाथी बनी।
दिलीप कुमार की दूसरी बीवी है सायरा बानो
दिलीप कुमार और सायरा बानो की लवस्टोरी काफी दिलचस्प थी, सायरा दिलीप कुमार की दूसरी बीवी है, लेकिन उन्होंने जिंदगी के हर मुश्किल मोड़ पर उनका साथ दिया। सायरा से पहले दिलीप कुमार एक्ट्रेस मधुबाला को पागलों की तरह प्यार करते थे लेकिन किसी कारण उनका रिश्ता नहीं टिक पाया जिसके बाद मधुबाला ने किशोर कुमार के साथ शादी कर ली। मगर मधुबाला के शादी से दिलीप काफी टूट गए, तब सायरा ने उन्हें संभाला। फिर धीरे-धीरे दिलीप सायरा बानो के नजदीक आते आए जिसके बाद दोनों ने शादी का फैसला किया।
बता दें कि शादी के इतने साल बीतने के बाद भी सायरा आज भी दिलीप कुमार की नजर उतारती हैं। दरअसल, उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि दिलीप कुमार को बहुत जल्दी नजर लग जाती हैं। पहले उनकी दादी उनकी नजर उतारा करती थी और फिर उनकी मां, अब वो इस काम को संभाल रही हैं। उनका कहना है कि दिलीप बचपन से ही काफी खूबसूरत हैं जिस वजह से उन्हें आज भी नजर लग जाती है।
बुरी नजर से बचाने के लिए माथे पर राख लगाती थी दादी
सायरा ने बताया था कि एक बार किसी फकीर बाबा ने कहा था कि 15 साल की उम्र तक इस बच्चे को बुरी नजर से बचाकर रखना, इसलिए दादी उनके माथे पर राख लगा देती थीं, लेकिन मैं उनकी नजर उतारने के लिए उनका सदका करती हूं, जिसमें गरीबों को अनाज और कपड़े देने के साथ उनकी जरूरतों की कुछ और चीजें दे देती हूं।'
आज सायरा-दिलीप की शादी को करीब 54 साल हो चुके हैं लेकिन सायरा हमेशा उनकी खिदमत के लिए खड़ी रही हैं। बुरे दिनों में सायरा ने दिलीप का पूर ध्यान रखा, मगर फिर भी इनकी जिंदगी में बच्चे की कमी हमेशा रही। सायरा ने दिलीप के पहले बच्चों को ही अपना समझा और ताउम्र अपनी खुद की औलाद से वंचित रही।
कभी मां नहीं बन पाई सायरा
हर कोई जानना चाहता है कि सायरा कभी मां क्यों नहीं बन पाई? इसकी एक तो वजह दिलीप कुमार की शर्त थी कि वो उनके पहले बच्चों की ही अपनी औलाद समझेगी, दूसरी वजह दिलीप कुमार ने अपनी एक ऑटोबायोग्राफी में बताई थी। उन्होंने कहा था कि 1972 में सायरा पहली बार प्रेग्नेंट हुई लेकिन 8वें महीने उन्हें ब्लड प्रैशर की समस्या हो गई। बच्चे को बचाने के लिए सर्जरी करवाना संभव नहीं हुआ। इस हादसे के बाद सायरा दोबारा मां नहीं बन पाई।
भई, दिलीप कुमार के लिए सायरा बानो की निस्वार्थ सेवा हर औरत के लिए प्रेरणा हैं।