फिल्मकार एस. एस. राजामौली की फिल्म ‘आरआरआर' ने विश्व मंच पर अपनी जीत का सिलसिला जारी रखते हुए 28वें क्रिटिक्स चॉइस अवार्ड्स में एक और पुरस्कार अपने नाम कर लिया है। गोल्डन ग्लोब जीतने के बाद 'आरआरआर' ने बेस्ट फॉरेन लैंग्वेज फिल्म के लिए क्रिटिक्स च्वॉइस अवॉर्ड जीता है। इसके साथ ही फिल्म ने अपने गाने 'नाटू नाटू' के लिए ‘बेस्ट सॉन्ग’ का भी क्रिटिक्स चॉइस अवॉर्ड्स जीता है। ये देश के लिए बेहद गर्व की बात है।
‘आरआरआर' ने इस समय पूरी दुनिया में तहलका मचा दिया है । हाल ही में इस फिल्म के गाने‘नाटू-नाटू'को‘गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड्स 2023'में बेस्ट ओरिजिनल गाने के लिए सम्मानित किया गया था। ‘क्रिटिक्स चॉइस अवार्ड्स' में ‘आरआरआर' सर्वश्रेष्ठ फिल्म, सर्वश्रेष्ठ निर्देशक (राजामौली), सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा की फिल्म, सर्वश्रेष्ठ विज़ुएल इफेक्ट्स (वी श्रीनिवास मोहन) और सर्वश्रेष्ठ गीत (नाटु नाटु) की श्रेणी में नामित थी। सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा की फिल्म की श्रेणी में फिल्म का मुकाबला ‘ऑल क्वाइट ऑन द वेस्टर्न फ्रंट', ‘अर्जेंटीना 1985', ‘बार्डो', ‘फॉल्स क्रोनिकल ऑफ ए हैंडफुल ऑफ ट्रूथ्स', ‘क्लोज़' और ‘डिसीज़न टू लीव' से था।
क्रिटिक्स चॉइस अवार्ड के ट्विटर हैंडल ने जानकारी देते हुए लिखा, “@RRRMovie के कलाकारों और क्रू को बधाई. फिल्म, सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा फिल्म के लिए #criticschoice अवार्ड की विजेता बनी है."। ‘आरआरआर' भारतीय क्रांतिकारियों की एक काल्पनिक कहानी है। फिल्म में राम चरण और जूनियर एनटीआर अहम भूमिका में हैं। यह फिल्म 1920 के दशक के समय पर आधारित है जब भारत ब्रिटिश शासन के अधीन था। फिल्म में आलिया भट्ट और अजय देवगन भी हैं। सर्वश्रेष्ठ गीत की श्रेणी में तेलुगु गीत ‘नाटु नाटु' ने टेलर स्विफ्ट के गीत ‘कैरोलिना', ग्रेगोरी मान के ‘चाओ पापा', लेडी गागा के ‘होल्ड माय हैंड', फिल्म ‘ब्लैक पैंथर:वकांडा फॉरएवर' के गीत ‘लिफ्ट मी अप' और ‘व्हाइट नॉइस' के ‘न्यू बॉडी रूंभा' को मात दी।
तेलुगु गीत ‘नाटु नाटु' के संगीतकार एम. एम. कीरावानी हैं और इसो स्वर काल भैरव और राहुल सिप्लिगुंज ने दिया है। ‘नाटु नाटु' का मतलब होता है ‘नाचना'। चार मिनट 35 सेकेंड का यह गीत राम चरण और जूनियर एनटीआर पर फिल्माया गया है, जिसमें उनके जोरदार नृत्य को भी काफी सराहना मिली है। गीत ‘नाटु नाटु' ने 14 अन्य गीत के साथ सर्वश्रेष्ठ मूल (ओरिजनल) गीत की श्रेणी में 95वें अकादमी पुरस्कार की ‘शॉर्टलिस्ट' में भी जगह बनाई है। अंतिम नामांकन की घोषणा 24 जनवरी को की जाएगी। फिल्म को बाफ्टा की ‘नॉट इन इंग्लिश लैंग्वेज़' श्रेणी की ‘लॉन्ग लिस्ट' में भी शामिल किया गया है।
राजामौली ने इस पुरस्कार को अपनी मातृभूमि भारत और अपने जीवन की हर उस महिलाओं को समर्पित किया, जिन्होंने कला क्षेत्र में उनके सफर का हमेशा समर्थन किया। राजामौली ने पुरस्कार स्वीकार करते हुए कहा, ‘‘ मेरी जिंदगी में शामिल सभी महिलाओं... मेरी मां राजनंदनी जिन्हें लगता था कि शिक्षा को जरूरत से अधिक महत्व दिया जाता है और इसलिए उन्होंने मुझे किताबें और कॉमिक्स पढ़ने के लिए कहा। उन्होंने मेरी कला को बढ़ावा दिया। मेरी भाभी श्रीवल्ली जो मेरी मां की तरह हैं.. उन्होंने हमेशा मुझे बेहतरीन करने के लिए प्रेरित किया।
राजामौली ने आगे कहा- ‘‘ मेरी पत्नी रमा जो मेरी फिल्मों की ‘कॉस्ट्यूम डिजाइनर' हैं, लेकिन वास्तव में उन्होंने मेरे जीवन को आकार दिया है। अगर वह नहीं होती तो मैं यहां नहीं होता। मेरी बेटियां वे कुछ नहीं करती लेकिन उनकी मुस्कुराहट मेरी जिंदगी में रोशनी बिखरने के लिए काफी है और अंतत: मेरी मातृभूमि भारत...मेरा भारत महान। जय हिंद।'