मां दुर्गा के शारदीय नवरात्रि कुछ ही दिनों में शुरु होने वाले हैं। मां को प्रसन्न करने के लिए कई भक्त उपवास भी करते हैं। कई घरों में इस दौरान सिर्फ व्रत का खाना ही बनता है। उपवास का खाने में प्याज और लहसुन का इस्तेमाल भी नहीं किया जाता है। अगर आप भी व्रत में ऐसी कोई रेसिपी बनाकर खाना चाहते हैं तो सिंघहाड़े के आटे की कढ़ी बनाकर खा सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इसे बनाने की रेसिपी के बारे में...
सामग्री
दही - 300 ग्राम
सिंघाड़े का आटा - 3 कप
घी - 2 चम्मच
सूखी लाल मिर्च - 3
जीरा - 1 चम्मच
नमक - स्वादअनुसार
अदरक - 1
हरी मिर्च का पेस्ट - 1 चम्मच
करी पत्ता - 6-7
बनाने का तरीका
1. सबसे पहले एक बर्तन में दही को डालकर अच्छे से फेंट लें।
2. इसके बाद इसमें सिंघाड़े का आटा मिलाएं।
3. दोनों चीजों को अच्छे से मिक्स करें। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि आटे में गांठे न पड़े।
4. फिर एक बर्तन में घी डालकर गर्म करें। घी गर्म होने के बाद इसमें जीरा डालकर भूनें।
5. जीरा भूनने के बाद इसमें अदरक, हरी मिर्च का पेस्ट डालकर कम से कम 20 सैकेंड के लिए अच्छे से भून लें।
6. इसके बाद आंच धीमी करें और इसमें सिंघाड़े के आटे से तैयार किया घोल डाल दें।
7. घोल को कम से कम 10 मिनट के लिए पकाएं। इसके बाद कढ़ी में नमक डालें और अच्छे से मिक्स कर लें।
8. अब एक अलग पैन में घी डालें और उसमें साबुत लाल मिर्च और कड़ी पत्ता डालकर तड़का बना लें।
9. इसके बाद तैयार किया गया तड़का कढ़ी में ऊपर से डालें।
10. तड़का कड़ी में मिक्स करें। आपकी स्वादिष्ट सिंगहाड़े के आटे की कड़ी बनकर तैयार है।
11. गर्मा-गर्म रोटी से साथ खाएं।