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रक्षाबंधन पर सिर्फ काजू कतली क्यों? इस बार घर पर बनाएं देसी इमरती और बढ़ाएं मिठास

  • Edited By Priya Yadav,
  • Updated: 08 Aug, 2025 04:26 PM
रक्षाबंधन पर सिर्फ काजू कतली क्यों? इस बार घर पर बनाएं देसी इमरती और बढ़ाएं मिठास

 नारी डेस्क: रक्षाबंधन, भाई-बहन के प्यार और विश्वास का पर्व है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और मिठाई खिलाकर अपने स्नेह का इज़हार करती हैं। आमतौर पर इस त्योहार पर काजू कतली, रसगुल्ला, लड्डू जैसी मिठाइयाँ सबसे ज़्यादा खरीदी जाती हैं। लेकिन इस बार कुछ अलग करें  क्यों न घर पर देसी इमरती बनाई जाए? इमरती, स्वाद में जितनी लाजवाब है, बनाने में उतनी ही मजेदार। जलेबी से थोड़ी अलग, थोड़ी खास और पूरी तरह से पारंपरिक। रक्षाबंधन जैसे पावन अवसर पर देसी इमरती का स्वाद आपके त्योहार में मिठास दोगुना कर देगा।

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 देसी इमरती की आसान रेसिपी

सामग्री

उड़द की धुली दाल /1 कप

चीनी    2 कप

पानी    1 कप (चाशनी के लिए)

केसर (वैकल्पिक) कुछ धागे

इलायची पाउडर    1/2 छोटी चम्मच

खाने का नारंगी रंग 1-2 बूंद (वैकल्पिक)

घी या तेल तलने के लिए

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बनाने की विधि

उड़द दाल को कम से कम 4-5 घंटे भिगो दें। इसके बाद दाल को थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए पीसें। पेस्ट एकदम फूला हुआ और चिकना होना चाहिए। पिसी हुई दाल को अच्छी तरह फेंटें, ताकि उसमें हवा भर जाए और बैटर हल्का हो जाए। चाहें तो इसमें 1-2 बूंद खाने वाला नारंगी रंग मिला सकते हैं।इलायची पाउडर भी इस समय मिला दें।

एक पैन में चीनी और पानी डालें और मध्यम आंच पर उबालें। केसर के धागे भी डाल दें। जब चाशनी एक तार की बन जाए, तो गैस बंद कर दें। एक कपड़ा या इमरती नोजल वाला पाइप लें, जिसमें एक छोटा छेद हो। बैटर भरें और गरम तेल या घी में इमरती के डिजाइन में गोल-गोल घुमाते हुए डालें। धीमी आंच पर कुरकुरी होने तक तलें।

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तली हुई इमरती को गरम चाशनी में 1-2 मिनट के लिए डुबोएं। फिर निकाल कर प्लेट में रखें। इमरती को गरम या हल्का गुनगुना परोसें। ऊपर से चाहें तो थोड़ा पिसा हुआ इलायची या सूखे मेवे बुरक सकते हैं। यह पारंपरिक मिठाई है जो त्योहारों की आत्मा को जीवंत कर देती है। काजू कतली, जो कि महंगी और आम हो गई है, उसके बजाय इमरती स्वाद और बजट दोनों में बेहतर विकल्प है। इसे घर पर बनाकर आप अपनों को घर की मिठास का तोहफा दे सकते हैं।

 उड़द दाल को अच्छी तरह फेंटने से इमरती फूली-फूली और कुरकुरी बनती है। घी में तलने से स्वाद और भी खास हो जाता है। एक बार चाशनी में डालकर तुरंत न निकालें, नहीं तो मिठास अंदर तक नहीं जाएगी।

इस रक्षाबंधन पर बाजार से मिठाई लाने के बजाय घर की बनी देसी इमरती से अपने भाई को सरप्राइज दीजिए। यह स्वाद में भी खास होगी और भावना से भरपूर भी। भाई को मिठाई खिलाते समय जब आप कहेंगी, "ये मैंने खुद बनाई है", तो यकीन मानिए, गिफ्ट भी खास मिलेगा  

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