आज पूरे देश में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। वहीं आज के इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को संबोधित भी किया। इस दौरान उन्होंने देशवासियों को बताया कि कोरोनाकाल में कैसे योग एक उम्मीद की किरण बनी रही।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में किया हीलिंग प्रोसेस का जिक्र-
प्रधानमंत्री ने इस दौरान कहा कि इस मुश्किल समय में, इतनी परेशानी में लोग योग को भूल सकते थे, इसकी उपेक्षा कर सकते थे। लेकिन इसके विपरीत, लोगों में योग के प्रति उत्साह बढ़ा है, योग से प्रेम और बढ़ा है। इस दौरान पीएम ने हीलिंग प्रोसेस का भी जिक्र किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज मेडिकल साइंस भी उपचार से साथ-साथ हीलिंग पर भी उतना ही बल देता है और योग हीलिंग प्रोसेस में उपकारक है, मुझे खुशी कि आज योग के इस पहलू पर दुनियाभर के विशेषज्ञ कई तरह से साइंटिफिक रिचर्स कर रहे हैं। आज जब हम एक ऐसे दौर से गुजर रहे है जहां हमारा मन कई तरह की अनिश्चितताओं से गुजर रहा है। तो आईए जानते हैं क्या है हीलिंग प्रोसेस?
हीलिंग प्रोसेस- हीलिंग कोई दवा नहीं बल्कि यह एक पद्धति है, दूसरे शब्दों में कहें तो हीलिंग प्रार्थना करने का ही एक तकनीकी रूप है। हीलिंग के लिए कोई खास योग्यता नहीं चाहिए लेकिन इसमें आपको अच्छे तरीके से ध्यान लगाना या करना आना चाहिए, वरना इसके बगैर आपको कोई नतीजा नहीं मिलने वाला है।
कैसे करें हीलिंग?
हीलिंग करने के लिए सबसे पहले आप ध्यानमुद्रा में बैठ आंख बंद कर लें। अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधे रखकर 3-5 मिनट तक 'ऊं' का उच्चारण करें और फिर ध्यान को दोनों आंखों के बीच में लेकर आएं। फिर मन ही मन ऊं का उच्चारण कर सुनें फिर शांत हो जाएं। इसके बाद दोनों आंखों के बीच देखना है। यह प्रोसेस आपको पूरी तरह फॉलो करना है। इसके अलावा आप मौन रह भी हीलींग कर सकते हैं।
-मौन से जहां एक ओर मन को शांति मिलती है वहीं मन की शक्ति भी बढ़ती है। खुद से जुड़ने या मोक्ष मार्ग पर जाने के लिए मौन का अभ्यास भी करना चाहिए। यह सेल्फ हीलिंग का एक बेहतरीन तरीका है।
-यदि मौन के साथ ध्यान को मिलाया जा रहा है तो व्यक्ति बिना मन के साथ जीने वाला बन सकता है। मौन से आध्यात्मिक लाभ मिलता है। मन को शांत करने के लिए मौन से अच्छा कोई और दूसरा रास्ता नहीं होता है।
हीलिंग के फायदे-
-हीलिंग के मानसिक रोगों पर कमाल के रिजल्ट्स आये है।
-रिश्तों को सुधारने में हीलिंग का प्रयोग किया है।
-क्रोध को शांत करने में इसका प्रयोग किया है।अनचाहे डर को भागने में इसका प्रयोग किया है।