कोरोना महामारी के संकट के बीच एक राहत भरी खबर सामने आई है। भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने 5 से 12 वर्ष के आयुवर्ग के बच्चों के लिए कोविड-19 रोधी टीके ‘कोर्बेक्स’ और 6 से 12 वर्ष के आयुवर्ग के बच्चों के लिए ‘कोवैक्सिन’ के टीके के आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति दे दी है।
इससे पहले 12 से 15 साल तक के बच्चों को मार्च के महीने में कोविड से बचाव के लिए वैक्सीन लगाने का अभियान चलाया गया था। अब DCGI ने आज 5 से 12 वर्ष की आयु के बच्चों को कोरोना महामारी के खतरे से बचाने के लिए बायोलॉजिकल ई के कोविड-19 वैक्सीन कॉर्बेवैक्स के आपात इस्तेमाल की मजूरी दे दी है।
अब इस फैसले के बाद छोटे बच्चों को भी टीका देने की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। देश में स्कूल खुलने के बाद बच्चों के कोरोना की चपेट में आने की खबरों के बाद पैरंट्स की चिंता बढ़ी थी। कोर्बेवैक्स टीका को मंजूरी मिलने के बाद कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अब और मजबूती मिलेगी।
बता दें कि कोर्बेवैक्स पहली ऐसी वैक्सीन होगी जो 2-11 साल के बच्चों के लिए इस्तेमाल में लाई जाएगी। अमेरिका और ब्रिटेन में फाइजर की mRNA वैक्सीन को 5 साल की उम्र से ज्यादा के बच्चों को मंजूरी मिली हुई है। जनवरी में केंद्र सरकार ने 15-18 साल के बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन का ऐलान किया था