कहते है की जिंदगी में कुछ बनने के लिए, अपने पैरों पर खड़ा होने के लिए पढ़ाई जरुरी है। जब तक कोई डिग्री हाथ में नहीं होगी तब तक कोई जॉब नहीं देगा। लेकिन इस बात को गलत ठहरा दिया है राजस्ठान की निधि गुप्ता ने। सिर्फ 31 साल की उम्र में उन्होनें बिना किसी डिग्री के और बस 1 लाख की इन्वेस्टमंट से 1000 करोड़ टर्नओवर वाली सोलर एनर्जी की कंपनी खड़ी कर दी। आज वो इतनी कम उम्र में करोड़पति है और देश के हजारों युवाओं के लिए प्रेरणा का श्रोत हैं।
सुर्य की किरणों से किया व्यापार
निधि गुप्ता का जन्म राजस्ठान के डूंगरपुर में एक मिडिल क्लास फैमली में हुआ। उनके पिता राजस्थान के वन विभाग में कर्मचारी के पद पर थे और आमदनी भी बहुत कम थी। बचपन से ही घर में पैसों की तंगी देखती आई निधि ने 2011 अपने भाई के साथ मिलकर क योजना बनाई और अपना खुद का प्रोजेक्ट शुरू किया । मात्र डेढ़ लाख रुपए की पूंजी के साथ उन्होंने 4 बीघा जमीन में 250 किलो वाट का सोलर एनर्जी प्रोजक्ट बीकानेर में लगाना था और इसके लिए उन्हें दस्तावेज तैयार करके सरकारी अनुमति लेनी थी। मुश्किलें तो बहुत सी थीं, लेकिन निधि ने कभी हर नहीं मानी और उन्होनें 'रेज पावर इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड' नाम से सोलर एनर्जी की कंपनी खड़ी कर दी।
500 मेगावाट की परियोजनाओं को सफलतापूर्वक किया संपन्न
हर साल निधि ने भाई के साथ अपने प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाते हुए काम किया और प्रोजेक्ट का टर्नओवर 2013 में 70 करोड़ पर पहुंच गया। साल 2013 में ही है सबसे बड़े भारत के सोलर एनर्जी में से एक बन गया और गजनी में लगभग 300 एकड़ के क्षेत्र में स्थापित किया गया। उन्होंने अब तक कुल 500 मेगावाट की परियोजनाओं को सफलतापूर्वक संपन्न किया है। आपको बता दें की 'रेज पावर इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड' आज के समय में देश में ही नहीं विदेश में भी अपना नाम कमा रही है और लाखों लोगों को रोजगार भी दे रखी है। निधि और उनका भाई सिर्फ 1 लाख की इन्वेस्टमंट और कड़ी मेहनत के बाद 1000 करोड़ की मालिक है, जिससे यह साबित होता है की काबिलियत हो तो सफलता खुद ही कदम चूमती है।