तंबाकू सिगरेट सेहत के लिए कितना हानिकारक है इस बात से हर कोई वाकिफ है। मगर, बावजूद इसके लोग सिगरटे-तंबाकू लेने से पीछे नहीं हटते। हैरानी की बात तो यह कि बच्चे और युवा पीढ़ी भी इस नशे की चपेट में हैं। ऐसे में युवा पीढ़ी का भविष्य बनाने के लिए हाल ही में न्यूजीलैंड सरकार ने एक बड़ा फैसला किया है। दरअसल, न्यूजीलैंड तंबाकू बिजनेस पर कड़ी कार्रवाई करेगा, ताकि देश के युवा आजीवन सिगरेट ना खरीद सके।
धूम्रपान के रोकने के लिए न्यूजीलैंड का अहम कदम
न्यूजीलैंड की एसोसिएट स्वास्थ्य मंत्री आयशा वेराल ने एक बयान में कहा, "हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि युवा कभी धूम्रपान न करें इसलिए हम युवाओं के नए समूहों को सिगरेट-तंबाकू जैसे उत्पाद बेचना अपराध घोषित कर देंगे। इससे नशीली चीजें बेचने वाली संख्या कुछ कम हो जाएगी। तंबाकू-धूम्रपान के साथ निकोटिन के स्तर को कम करने की भी कोशिश की जाएगी। अगर कुछ भी नहीं बदलता है, तो माओरी धूम्रपान की दर 5% से कम होने में दशकों लगेंगे और यह सरकार लोगों को पीछे छोड़ने के लिए तैयार नहीं है।"
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, वर्तमान में, 15 वर्ष से अधिक आयु और 11.6% युवा धूम्रपान करते हैं, जोकि स्वदेशी माओरी वयस्कों के बीच 29% तक बढ़ जाता है। 50 लाख की आबादी वाले न्यूजीलैंड में साल 2008 के बाद पैदा होने वाला कोई भी युवा अब पूरी जिंदगी सिगरेट या तंबाकू नहीं खरीद पाएगा। कहा जा रहा है कि यह सख्त कानून अगले साल से लागू कर दिया जाएगा।
साल 2027 तक देश में नहीं आएगी सिगरेट पीने वाली पीढ़ी
अंदाजा लगाया जा रहा है कि इससे सिगरेट-तंबाकू लेने वालों में कमी आ सकती है। न्यूजीलैंड की योजना है कि साल 2022 के अंत तक इस कानून को लागू कर दिया जाए। देश की सरकार ने साल 2027 तक युवा पीढ़ी के लिए एक ऐसा लक्ष्य रखा है जो सिगरेट नहीं पीती हो।
तंबाकू-सिगरेट का सेवन करने से होने वाले नुकसान
. फेफड़ों के कैंसर का खतरा
. होंठ, मुंह, नाक, गले के कैंसर का कारण
. सांस लेने में दिक्कत
. क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी)
. शरीर में ऑक्सीजन की कमी
. दिल के रोग, स्ट्रोक व हार्ट अटैक का रिस्क
. डायबिटीज
. दांतों की समस्या
. नजर कमजोर होना
. बांझपन की समस्या
. कमजोर हड्डियां
. कमजोर इम्यून सिस्टम