नारी डेस्क: संगीत जगत को 16 दिसंबर को दो बड़े झटके लगे हैं। पहले प्रसिद्ध तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन का निधन हुआ, और अब शास्त्रीय संगीत के मशहूर गायक और हारमोनियम वादक पंडित संजय राम मराठे भी इस दुनिया से अलविदा ले गए हैं। पंडित संजय राम मराठे का निधन 68 वर्ष की आयु में हुआ और उनके निधन की खबर ने पूरी म्यूजिक इंडस्ट्री को शोक में डाल दिया।
पंडित संजय राम मराठे का जीवन
पंडित संजय राम मराठे संगीत की दुनिया में एक प्रतिष्ठित नाम थे। उनका जन्म संगीतज्ञ पंडित राम मराठे के घर हुआ था, जो खुद शास्त्रीय संगीत के एक बड़े नाम थे। पंडित संजय राम मराठे ने अपने पिता से ही संगीत की शिक्षा प्राप्त की और अपने जीवन में शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में कई मुकाम हासिल किए। वे एक बेहतरीन गायक, हारमोनियम वादक और संगीतकार थे।
उन्होंने अपने संगीत करियर में कई शानदार प्रदर्शन किए और भारतीय शास्त्रीय संगीत की परंपरा को बढ़ावा दिया। उनकी गायकी में एक खास प्रकार की मिठास और गंभीरता थी, जो श्रोताओं को आकर्षित करती थी। उनके संगीत में हर एक सुर, हर एक राग में एक गहरी संवेदनशीलता और सौंदर्य था, जिसे उनकी आवाज़ और हारमोनियम की धुनें और भी आकर्षक बना देती थीं।
हार्ट अटैक के कारण निधन
पंडित संजय राम मराठे के निधन का कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है। वे रविवार की रात को अचानक अस्वस्थ महसूस करने लगे, जिसके बाद उन्हें ठाणे के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। लेकिन उनका इलाज सफल नहीं हो सका और वे रविवार रात को इस दुनिया को छोड़कर चले गए। उनके परिवार ने उनके निधन की पुष्टि की है और इस दुखद खबर को सुनकर संगीत प्रेमी समुदाय और उनके प्रशंसक गहरे शोक में हैं।
परिवार और संगीत जगत में शोक की लहर
पंडित संजय राम मराठे का परिवार इस समय गहरे दुख में है। उनके परिवार में उनकी पत्नी, बेटा और पोती हैं। पंडित संजय राम मराठे का निधन उनके परिवार के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनका संगीत जीवन में और संगीत की दुनिया में हमेशा के लिए एक खाली जगह छोड़ गया है।
संगीत जगत के कई दिग्गज और उनके प्रशंसक इस समय शोक व्यक्त कर रहे हैं। पंडित संजय राम मराठे का योगदान भारतीय शास्त्रीय संगीत में हमेशा याद किया जाएगा। उनकी गायकी और हारमोनियम की धुनों ने संगीत प्रेमियों के दिलों में एक खास जगह बनाई थी।
संगीत जगत का दूसरा बड़ा झटका
16 दिसंबर 2023 का दिन संगीत जगत के लिए काला दिन साबित हुआ। पहले उस्ताद जाकिर हुसैन का निधन हुआ, जो भारतीय संगीत के एक महान गुरु थे, और अब पंडित संजय राम मराठे का निधन हुआ है। इन दोनों दिग्गजों के निधन ने संगीत जगत को गहरे शोक में डाल दिया है।
उनकी मृत्यु से एक नई पीढ़ी के संगीतकारों और कलाकारों को प्रेरणा मिलती रहेगी, लेकिन उनके बिना संगीत की दुनिया में एक बड़ा खालीपन रहेगा। पंडित संजय राम मराठे का योगदान हमेशा याद रखा जाएगा, और उनकी गायकी और हारमोनियम की धुनें हमेशा उनके प्रशंसकों के दिलों में जीवित रहेंगी।
उनके परिवार और प्रशंसकों के लिए यह समय बेहद कठिन है, लेकिन उनके संगीत के साथ वे हमेशा जिंदा रहेंगे।