इस साल के जुलाई महीने से ही अफगानिस्तान से अमेरिकी और नाटो बलों की वापसी के बाद से, तालिबान ने तेजी से देश के बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया है। यहां तक की देश के राष्ट्रपति खुद वहां से भाग गए हैं और सरकार गिर गई है। अफगान बलों के सरेंडर करते ही तालिबान ने अपनी हिंसा पहले से और तेज कर दी है। अफगानिस्तान में इस वक्त अफरा- तफरी का माहौल है वहां के स्थानीय लोग देश भागने के लिए एयरपोर्ट पर इकट्ठे हो रहे हैं। तालिबान लड़ाकों की बढ़ती ताकत के बाद अफगान महिलाओं के भीतर भी डर और अधिक बढ़ गया है।
एक ऐसा तंत्र बने जो महिलाओं के अधिकारों की गारंटी दे
देश में महिलाओं के अंदर के इस खौफ को देखते हुए अफगान महिला नेटवर्क की संस्थापक महबूबा सिराज ने चिंता जताते हुए कहा कि अफगान की यह दयनीय हालत देख लगता है कि यह मुल्क 200 साल पीछे चला जाएगा। इसके साथ ही महबूबा सिराज कहती हैं कि मैं निराश नहीं हूं कि अमेरिकी सैनिक अफगानिस्तान से जा रहे हैं, उनके जाने का समय आ रहा था। वे अमेरिका और नाटो बल के लिए आगे कहती हैं कि हम चिल्ला रहे हैं और कह रहे हैं कि खुदा के वास्ते कम से कम तालिबान के साथ कुछ करो, उनसे किसी तरह का आश्वासन लो, एक ऐसा तंत्र बने जो महिलाओं के अधिकारों की गारंटी दे।
दुनिया के नेताओं को शर्म आनी चाहिए, तालिबान इस देश को 200 साल पीछे कर देगा
महबूबा सेराज ने एक इंटरव्यू में आगे कहा कि दुनिया के नेताओं को शर्म आनी चाहिए कि उन्होंने अफगानिस्तान के साथ क्या किया, उन्हें क्या करने की जरूरत है, उन्होंने उस देश के साथ क्या किया। उन्होनें आगे कहा कि किसी ने भी हमारी स्थिति पर ध्यान नहीं दिया और उन्होंने सिर्फ एक निर्णय लिया। उन्होंने यह कहकर निष्कर्ष निकाला कि अफगानिस्तान के साथ जो हो रहा है, वह (तालिबान) इस देश को 200 साल पीछे कर देगा, और एक पलायन होगा जिसके लिए विश्व के नेताओं को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
तालिबान लड़ाके घर-घर जाकर ढूंढ रहे हैं 15 से 45 साल की अविवाहित महिलाएं
एक रिपोर्ट के मुताबिक तालिबान लड़ाके घर-घर जाकर अपने लड़ाकों की शादी के लिए 15 से 45 साल की अविवाहित महिलाओं की लिस्ट लेकर जा रहे हैं क्योंकि वे अविवाहित महिलाओं को 'कहानीमत' या 'युद्ध की लूट' मानते हैं। जिसे विजेताओं के बीच विभाजित करने की आवश्यकता है।
15 साल से ऊपर की लड़कियों की मांगी थी लिस्ट
तालिबान के सांस्कृतिक आयोग का एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें लिखा है कि कब्जे वाले इलाके के सभी इमाम और मुल्ला तालिबान को तालिबान लड़ाकों से शादी करने के लिए 15 साल से ऊपर की लड़कियों और 45 साल से कम उम्र की विधवाओं की लिस्ट मुहैया कराएं।
महिलाएं बिना पुरुष के घर से बाहर नहीं जा सकती
वहां के स्थानीय निवासियों ने कहा कि नए विजय प्राप्त क्षेत्र में, तालिबान ने महिलाओं की आवाजाही पर सख्त प्रतिबंध लगा दिया है। उन्होंने आदेश दिया है कि महिलाएं बिना पुरुष के घर से बाहर नहीं जा सकती हैं।
तालिबान सभी को मार डालेगा
काबुल से दिल्ली पहुंची अफगान सांसद ने कहा कि उन्हें विश्वास नहीं हो रहा है कि दुनिया ने अफगानिस्तान को अकेले छोड़ दिया है। उसने आगे कहा कि उसके सभी दोस्त मारे जाने वाले हैं, तालिबान सभी को मार डालेगा। उन्होंने आगे कहा कि अफगानिस्तान की महिलाओं को अब कोई अधिकार नहीं होगा।