आज कल बेटी सुरक्षा के लिए सरकार बहुत सारे प्रोग्राम चला रही है। इसके लिए कईं तरह की स्कीम भी निकाली जा रही है। बहुत सारे ग्रुप भी इसके साथ जुड़े हैं। देखा जाए तो आज के समय में सच में एक लड़की को सुरक्षा की जरूरत है। क्योंकि आए दिन रेप के मामले हमें देखने और सुनने को मिल रहे हैं ऐसे में जरूरी है कि देश की बेटी अपनी रक्षा के लिए खुद आगे आए न कि वह किसी परिवार वाले पर निर्भर रहे। और कुछ ऐसा ही काम कर रही है कौशांबी के मंझनपुर कस्बा निवासी जान्हवी शर्मा।
बच्चों को सीखाती हैं जूडो कराटे
जान्हवी देश की वो बेटी जो खुद तो जूडो कराटे को अच्छी तरह से सीख चुकी है और अब वह अपनी इसी कला का इस्तेमाल कर बच्चों को भी जागरूक कर रही है और वह जगह जगह जाकर बच्चों को आत्मसुरक्षा के लिए जूडो कराटे सिखाती हैं। जान्हवी का एक ही मकसद है कि बेटियां मुश्किल समय में खुद की रक्षा कर पाएं इसलिए जान्हवी बच्चों को जगह जगह जाकर कोचिंग देती है।
पिता ने बनाया जूडे कराटे सिखाने का मन
आपको बता दें कि जान्हवी दसवीं की छात्रा हैं। शुरू से ही जान्हवी को खेलकूद में काफी रूची थी। और जान्हवी के पिता ने उन्हें रोका नहीं बल्कि बेटे के साथ ही जूडो कराटे सिखाने के लिए भेजा और वहां जान्हवी ने इसकी शिक्षा ली। देखते ही देखते जान्हवी इसमें निपुण हो गई और अब वह स्कूलों में जाकर दूसरे बच्चों को आत्मसुरक्षा का पाठ पढ़ा रही है।
जीत चुकी हैं सिल्वर मेडल
जान्हवी ने इसके लिए कठिन मेहनत की और इसका नतीजा यह रहा है कि जान्हवी को साल 2019 में अलीगढ़ व आगरा में हुए प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिता में उनको सिल्वर मेडल मिला। इसके बाद जान्हवी ने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा। इस उपलब्धि के बाद जान्हवी की आस-पास के लोगों मे एक अलग पहचान बन गई। इसके बाद जान्हवी ने बाकी बच्चों को भी इसका प्रशिक्षण देने का मन बनाया।
आज कईं लड़कियों के लिए मिसाल है जान्हवी
जान्हवी आज सच में बहुत सारी लड़कियों के लिए एक मिसाल है। जान्हवी ने प्रशिक्षण तो लिया लेकिन इसे अपने तक सीमित नहीं रखा और बाकी लड़कियों और बच्चों के लिए भी आगे आई। आज वह कईं स्कूलों में जाकर बच्चों को जूडो कराटे सिखाती है और बच्चे को कोचिंग देती हैं। बेटियों को फौलाद बनाने के लिए और इस अच्छी पहल के लिए हम भी जान्हवी को सलाम करते हैं।