भारत ने इजराइल से स्वदेश वापस आने की इच्छा रखने वाले भारतीयों की वापसी सुनिश्चित करने के लिए ‘ऑपरेशन अजय' शुरू करने की घोषणा की। यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब हमास चरमपंथियों और इजराइल के बीच पांचवें दिन भी सैन्य संघर्ष जारी रहा। विदेश मंत्री डा एस जयशंकर ने इसकी जानकारी दी है।
जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर पोस्ट किया- ‘‘इजराइल से लौटने के इच्छुक हमारे नागरिकों की वापसी के लिए ‘ऑपरेशन अजय' शुरू कर रहे हैं।'' जयशंकर इस समय श्रीलंका की यात्रा पर हैं। उन्होंने कहा- ‘‘विशेष चार्टर उड़ानों का प्रबंध और अन्य व्यवस्थाएं की जा रही हैं। हम विदेश में मौजूद अपने नागरिकों की सुरक्षा और कल्याण के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।''
भारतीयों के पहले जत्थे को बृहस्पतिवार को एक विशेष उड़ान के जरिए इजराइल से वापस लाए जाने की उम्मीद है। इजराइल में भारतीय दूतावास ने जयशंकर की घोषणा के तुरंत बाद कहा कि उसने बृहस्पतिवार को विशेष उड़ान के लिए पंजीकृत भारतीय नागरिकों के पहले जत्थे को ई-मेल भेज दिया है। सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर कहा गया- ‘‘अगली उड़ानों के लिए अन्य पंजीकृत लोगों को संदेश भेजे जाएंगे।''
इजराइल में करीब 18,000 भारतीय नागरिक काम या पढ़ाई के सिलसिले में रह रहे हैं। इजराइल में रहने वाले भारतीयों का एक बड़ा हिस्सा देखभाल करने वालों के रूप में काम करता है, लेकिन वहां लगभग एक हजार छात्र, कई आईटी पेशेवर और हीरा व्यापारी भी हैं। गौरतलब है कि दक्षिणी इजरायल में गाजा पट्टी क्षेत्र से गत सप्ताह हमास संगठन के भीषण आतंकवादी हमलों और उसके बाद इजरायल की जवाबी कारर्वाई में दोनों पक्षों की ओर से कुल मिलाकर हजारों लोग हताहत हुए है।
इजरायल ने अपने यहां से फिलहाल नियमित उड़ानों पर रोक लगा रखी है। एयर इंडिया ने वहां संघर्ष छिड़ने के बाद अपनी नियमित उड़ाने निलंबित कर रखी है। इससे पहले भारतीय दूतावास ने इजराइल में भारतीय नागरिकों से ‘‘शांत, सतर्क रहने का आग्रह करते हुए उन्हें आश्वस्त किया कि वह स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए हैं और इजराइल में अपने नागरिकों की मदद के लिए लगातार काम कर रहा है।''