गलत पॉश्चर, तकिए लेना सोना के कारण कई बार अकड़न आ जाती है। इसके कारण उठना-बैठना तो दूर गर्दन हल्की-सी घुमाने पर भी ऐसा तेज दर्द होता है कि मानों जान ही निकल गई। कई बार मौसम बदलाव के कारण भी गर्दन में अकड़न व दर्द हो सकता है। यह दर्द गर्दन के किसी भी हिस्से में हो सकता है जैसे मांसपेशियां, नस, हड्डियां, जोड़ और हड्डियों के बीच की डिस्क में। कुछ लोग इसके लिए दवा खाते हैं लेकिन उससे जल्दी आराम नहीं पड़ता। ऐसे में आप कुछ घरेलू नुस्खे आजमाकर इससे राहत पा सकते हैं।
गर्दन के दर्द का कारण?
. लंबे समय तक एक ही पोजिशन में बैठना
. तकिया का गलत इस्तेमाल
. घंटों तक गर्दन का एक ओर झुकाव
. खराब पॉश्चर में बैठकर टीवी देखना
. कंप्यूटर मॉनिटर का अधिक या कम ऊंचाई पर होना
चलिए अब आपको बताते हैं गर्दन दर्द को दूर करने के लिए कुछ घरेलू नुस्खे
गुनगुने तेल से मसाज
गर्दन में अकड़न आ जाए तो जैतून, नारियल या सरसों तेल को हल्का गर्म करके हल्की धपकी देते हुए मालिश करें।
पेपरमिंट ऑयल
पेपरमिंट ऑयल में मेन्थॉल होता है, जो मांसपेशियों की अकड़न को कम करने में मदद करता है। इसके लिए जैतून तेल व पेपरमिंट तेल को गर्म करके गर्दन पर मालिश करें।
बर्फ की सिकाई
बर्फ से सिकाई करने पर भी गर्दन की अकड़ ठीक हो जाती है। ठंडा तापमान दर्द को शांत करने में मदद करेगा और लैक्टिक एसिड के निर्माण को सीमित करेगा। इससे दर्द कम होगी।
गर्म सिकाई
बर्फ से सिकाई पर राहत ना मिले तो गर्म सिकाई की मदद ले। इसके लिए गर्दन के क्षेत्र में कम से कम 10 मिनट के लिए हीटिंग पैड, गर्म पानी की बोतल, गर्मी की चादर या तौलिया से सिकाई करें। आप हॉट वाटर शावर भी ले सकते हैं।
सेंधा नमक
नहाने के पानी में सेंधा नमक मिलाकर स्नान करें। इससे ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है और मांसपेशियों में तनाव व खिंचाव कम होता है।
सेब का सिरका
अनफिल्टर्ड सेब के सिरका में नैपकिन भिगोकर प्रभावित एरिया पर लगाएं और कुछ घंटों के लिए छोड़ दें। पर रखें। ऐसा तब तक करें जब तक आपको आराम ना मिले।
एक्यूप्रेशर
हाथ के पंजे के पीछे 'लुओ जेन' एक्यूप्रेशर बिंदु भी गर्दन की अकड़न का इलाज करने में मददगार है। इसके लिए मध्यम और सूचक उंगलियों के पोर के पास स्थित 2 हड्डियों के बीच वाले भ्रंश पर हल्की-हल्की मालिश करें और कुछ मिनटों के लिए दबाव बनाए रखें। इससे आराम मिलेगा।