
नारी डेस्क: दुश्मनों से बदला लेने के लिए भारत ने कमर कस ली है। पहलगाम आतंकवादी हमले में कथित रूप से शामिल लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के दो आतंकवादियों के जम्मू कश्मीर स्थित घर को विस्फोट से उड़ा दिया है। धमाका इतना तेज था कि पूरा घर मलबे में तब्दील हो गया। बताया जा रहा है कि घर में भारी मात्रा में विस्फोटक छुपाए गए थे।
अधिकारियों ने बताया कि ये घर बृहस्पतिवार रात को विस्फोट में नष्ट हुए। उन्हाेंने बताया कि सुरक्षाबलों के द्वारा बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। सुरक्षाबलों का अनुमान है कि आतंकी हमले को अंजाम देने के बाद आसपास ही कई छिपे हुए हैं। सुरक्षा बल लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों आदिल हुसैन थोकर और आसिफ शेख के मकानों में तलाशी ले रहे थे, तभी वहां पहले से रखे विस्फोटकों में विस्फोट हो गया। विस्फोटकों के कारण मकान नष्ट हो गए।

दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले का निवासी थोकर मंगलवार को पहलगाम में किए गए हमले के मुख्य आरोपियों में शामिल है जबकि पुलवामा जिले के त्राल निवासी शेख के भी हमले की साजिश में शामिल होने का संदेह है। शेख के त्राल स्थित घर को जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने बुलडोजर से गिरा दिया। दरअसल पहलगाम हमले में कुल पांच आतंकवादियों के शामिल होने की आंशका व्यक्त की गई है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अभी तक दो हजार से अधिक लोगों से पूछताछ की है। कुछ को हिरासत में भी लिया गया है।

बताया जा रहा है कि आतंकवादी बैसरन घाटी के घास के मैदान में आए थे, जिसे मैगी पॉइंट या मिनी स्विटजरलैंड के नाम से जाना जाता है. वे बॉडी कैमरा और एके-47राइफलों से लैस थे. आतंकवादियों ने पर्यटकों से नाम पूछे और हिंदुओं को निशाना बनाया। सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों की तलाश के लिए बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया है. विशेष बलों को भी तैनात किया गया है ।