सूरत से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है जिसमें सूरत के एक जौहरी ने पीएम की सोनी की मूर्ति बनाई है। 18 कैरेट सोने से बनी इस मूर्ति का वजन 156 ग्राम है। जौहरी ने ये मूर्ति हाल ही में विधानसभा चुनाव में भजापा की एकतरफा जीत के उपलक्ष्य में बनाई है। बसंत बोहरा ज्वैलरी बनाने वाली कंपनी राधिका चेन्स के मालिक हैं। उन्होनें कहा कि पिछले साल दिसंबर में हुए चुनावों में भाजपा ने 182 में से 156 सीटों पर जीत हासिल की, इसलिए प्रधानमंत्री की सोने की मूर्ति का वजन 156 ग्राम रखा गया है। ये मूर्ति अब जनता के बीच भी चर्चा का विषय बन गई है और कई लोग इसे खरीदने में रुचि दिखा रहे हैं, हालांकि जौहरी ने अभी इसे बेचने का फैसला नहीं किया है।
मूर्ति को बनाने में करीब बीस कारीगरों को तीन महीने लगे
राजस्थान के मूल निवासी बोहरा ने कहा कि 'मैं नरेंद्र मोदी का प्रशंसक हूं और उन्हें समर्पित करने के लिए कुछ बनाना चाहता हूं। हमारे कारखाने में इस मूर्ति को बनाने में करीब 20 कारीगरों को लगभग 3 महीने लगे। इसकी कोई कीमत नहीं है क्योंकि ये अभी बिक्री के लिए नहीं है। बोहरा 20 सालों से सूरत में बसे हुए है। उन्होनें बताया कि मूर्ति को बनाने में 11 लाख रुपये के सोने का इस्तेमाल किया गया है'।
जानें आखिर क्यों कारीगरों ने वजन में किया बदलाव
इससे पहले बोहरा ने 'स्टैच्यू आफ यूनिटी' की सोने की प्रतिकृति बनाई थी, जिसे बाद में उन्होंने बेच दिया। बसंत बोहरा ने बताया कि नरेन्द्र मोदी की यह मूर्ति दिसंबर तक तैयार हो गई थी, लेकिन वजन 156 ग्राम से थोड़ा ज्यादा था, लेकिन यह जानने के बाद कि भाजपा को 156 सीटें मिली है, कारीगरों ने वजन कम करने के लिए मूर्ति में कुछ बदलाव किए।