कोरोना के कारण ज्यादातर लोग वर्क फ्रॉम होम कर रहें हैं। वहीं बाकी घर में बोर होते लोग लैपटॉप, फोन और टीवी को देख कर अपना टाइम पास कर रहें हैं। ऐसे में घंटों स्क्रीन पर आंखें टिकाएं रखने के कारण आंखों से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इन परेशानियों से बचने के लिए लैपटॉप को यूज करने वाले लोगों को इन बातों का खास ध्यान रखने की जरूरत है।
कैसे पड़ता है असर?
घंटों लैपटॉप, फोन और स्क्रीन का इस्तेमाल करने से आंखों में स्ट्रेन या ड्राई आई की परेशानी होती है। एक्सपर्ट्स के अनुसार इलैक्ट्रोनिक चीजों से निकलने वाली नीले रंग की रोशनी आंखों पर बुरा प्रभाव डालती है। एक रिसर्च के मुताबिक ड्राई आई से हमारी हैल्थ के साथ काम करने की क्षमता भी प्रभावित होती है।
क्या है ड्राई आई सिंड्रोम?
आंखों में सूखापन होना ड्राई आई कहलाता है। इस सिचुएशन में आंखों में आंसुओं यानी पानी की कमी होने लगती है।
क्या है लक्षण?
. आंखों में खुजली और जलन होती है।
. सूजन या थकान महसूस होने लगती है।
. बिना कारण आंखें सिकुड़ने लगती है।
. आंखों से पानी निकलता है।
. देखने में धुंधलापन फील होता है।
क्या है कारण?
. आंखों में कचरा चले जाना।
. लगातार लैपटॉप, कंप्यूटर, फोन आदि का इस्तेमाल करना।
. ज्यादा तनाव या चिंता करनी।
. हाई ब्लड प्रेशर की परिस्थिति में ड्राई आई की समस्या का सामना करना पड़ता है।
. घंटों ए. सी. वाले कमरे में बैठना।
कैसे करें बचाव?
. लगातार काम करने की जगह बीच-बीच में 15-20 मिनट का ब्रेक लें।
. दूरी पर पड़ी चीजों को कुछ देर के लिए लगातार देखें।
. थोड़ी देर आंखों को बंद कर शांत बैठे।
. आंखों में पानी के छींटें मारे या आई ड्रॉप को यूज करें।
. अगर आपको चश्मा लगा है तो उसे यूज करने से पहले अच्छे से साफ करें।
. आंखों को बार-बार न छुएं।
. हरी सब्जियों, फल और पौष्टिक चीजों का सेवन करें।
. जिस कमरे में लैपटॉप रखा हो वहां लाइट का अच्छा प्रबंध होना चाहिए।