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भारत से पहले श्रीलंका में चक्रवात ‘दितवाह’ का कहर: बाढ़-लैंडस्लाइड में 56 की मौत, हजारों बेघर

  • Edited By Monika,
  • Updated: 28 Nov, 2025 06:24 PM
भारत से पहले श्रीलंका में चक्रवात ‘दितवाह’ का कहर: बाढ़-लैंडस्लाइड में 56 की मौत, हजारों बेघर

नारी डेस्क : बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफान ‘दितवाह’ श्रीलंका पर कहर बनकर टूट पड़ा है। देश में आई भीषण बारिश, तेज़ हवाओं और लगातार हो रहे लैंडस्लाइड के कारण मरने वालों की संख्या 56 तक पहुंच गई है, जबकि 21 लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। हालात इतने खराब हैं कि सरकार ने शुक्रवार को आवश्यक सेवाओं को छोड़कर पूरे देश में सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया है।

72 घंटे में 46 मौतें, 43,991 लोग प्रभावित

श्रीलंका के डिज़ास्टर मैनेजमेंट सेंटर (DMC) के अनुसार, पिछले 72 घंटों में खराब मौसम और प्राकृतिक आपदाओं के कारण कम से कम 46 मौतें दर्ज की गईं। देश भर में अब तक 12,313 परिवारों के करीब 43,991 लोग प्रभावित हुए हैं। कई इलाकों में बाढ़ के कारण लोगों को स्कूलों और अन्य सार्वजनिक शेल्टरों में पहुंचाया गया है। अभी भी सैकड़ों परिवार छतों और बाढ़ग्रस्त घरों में फंसे हुए हैं, जिन्हें निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।

लैंडफॉल से पहले ही कहर, 300 मिमी से ज्यादा बारिश

तूफान ‘दितवाह’ अभी श्रीलंका के पूर्वी जिले त्रिंकोमाली के पास स्थित है और इसका लैंडफॉल होना बाकी है। इसके बावजूद इसकी मारक क्षमता कम नहीं हुई है। पिछले 24 घंटों में 300 मिमी (11.8 इंच) से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई, जिसके कारण बड़े पैमाने पर लैंडस्लाइड हुए और सबसे ज्यादा मौतें इन्हीं की वजह से हुईं। मौसम विभाग का कहना है कि तूफान अगले 12 घंटों में पूरे द्वीप पर असर दिखाएगा और उसके बाद इसकी रफ्तार और तेज़ हो सकती है।

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स्कूल, ट्रेनें और स्टॉक एक्सचेंज बंद

भारी बारिश और तूफान के बढ़ते खतरे को देखते हुए श्रीलंका सरकार ने बड़े स्तर पर एहतियाती कदम उठाए हैं। स्कूलों को बंद कर दिया गया है, ट्रेन सेवाएं रोक दी गई हैं और कोलंबो स्टॉक एक्सचेंज को सुरक्षा कारणों से बंद कर दिया गया है। इसके अलावा, कई मुख्य सड़कें और हाईवे लैंडस्लाइड से पूरी तरह बाधित हो गए हैं, जिससे आवागमन लगभग ठप हो गया है।

DMC के इमरजेंसी ऑपरेशन डायरेक्टर ब्रिगेडियर एस. धर्मविक्रमा के अनुसार, लगातार हो रहे भूस्खलन की वजह से कई इलाकों में सड़कें टूट गई हैं, जिससे कुछ गांवों तक पहुंच पाना बेहद चुनौतीपूर्ण हो गया है। उन्होंने कहा, “हम सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रखे हुए हैं। कई गांवों में सड़कें पूरी तरह ब्लॉक होने के बावजूद हमारी टीमें लोगों को सुरक्षित निकालने की पूरी कोशिश कर रही हैं।”

गर्म समुद्री तापमान से और मजबूत होगा तूफान

मौसम विभाग का कहना है कि गर्म समुद्री सतह (Warm Sea Surface Temperatures) चक्रवाती तूफान ‘दितवाह’ को और अधिक शक्तिशाली बना रही हैं। यही कारण है कि इसका प्रभाव श्रीलंका के साथ-साथ तमिलनाडु पर भी स्पष्ट रूप से देखा जाएगा। भूमि के करीब पहुंचते ही तूफान में घर्षण और सूखी हवाओं का असर शामिल होगा, लेकिन इसके बावजूद यह कम से कम 48 घंटे तक सक्रिय और खतरनाक बना रहेगा। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, तूफान की आगे की दिशा पहले उत्तर-उत्तरपश्चिम और उसके बाद उत्तर की ओर रहेगी। अपनी यात्रा के दौरान ‘दितवाह’ इन क्षेत्रों के अत्यंत करीब से गुजरेगा श्रीलंका, मन्नार की खाड़ी, पाक जलडमरूमध्य और तमिलनाडु के तटीय इलाके।
 

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