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Covaxin के मुकाबले Covishield के पहले डोज से ही हो रही है लोगों की इम्यूनिटी स्ट्रांग- ICMR

  • Edited By Anu Malhotra,
  • Updated: 21 May, 2021 11:01 AM
Covaxin के मुकाबले Covishield के पहले डोज से ही हो रही है लोगों की इम्यूनिटी स्ट्रांग- ICMR

कोरोना वायरस से बचने के लिए अभी एक मात्र उपाय वेक्सीनेशन ही है। देश में इस समय दो वैक्सीन लगाई जा रही हैं जिसका नाम है कोवैक्सीन और कोवीशील्ड। वहीं इन वैकेसीन को लेकर एक बड़ी जानकारी सामने आई हैं। दरअसल,  ICMR चीफ बलराम भार्गवने बताया कि Covaxin के मुकाबले Covishield का पहला डोज है ज्यादा असरदार है। 
 

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कोवीशील्ड की दो डोज के बीच बढ़ाई गई समयावधि पर कहा है कि इसकी पहली खुराक से ही मजबूत इम्यूनिटी बन रही है। उन्होंने कहा है कि कोविशील्ड की दो खुराक के बीच के अंतराल को बढ़ाकर 12-18 सप्ताह कर दिया गया है क्योंकि पहली खुराक में मजबूत इम्यूनिटी बनी है।
 

कोवीशील्ड के मुकाबले कोवैक्सीन इम्यूनिटी पर कम असर- 
डाॅक्टर बलराम भार्गव ने कहा कि कोवैक्सीन के दोनों डोज के बीच के अंतराल में कोई बदलाव इसलिए नहीं किया गया है कि क्योंकि पहली खुराक के बाद इम्यूनिटी, कोवीशील्ड के मुकाबले तेजी से विकसित नहीं हो पा रही। 
 

Covishield की पहले डोज़ में ही मिल जाते हैं अच्छे एंटीबॉडी-
भार्गव ने बताया कि टीका पहली बार 15 दिसंबर को आया था। हम बहुत नए हैं और सीख रहे हैं। परीक्षण अभी भी जारी हैं। यह ईवाल्विंग साइंस है, Covaxin की पहली खुराक देने से आपको ज्यादा एंटीबॉडी नहीं मिलती, आप इसे दूसरी खुराक के बाद हासिल कर पाते हैं। कोवीशील्ड में पहले खुराक के दौरान ही एंटीबॉडी अच्छे स्तर पर मिल जाती है। 
 

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कोवीशील्ड की पहली खुराक के बाद ही लोगों की इम्यूनिटी हो रही हैं स्ट्रांग-
कोवीशील्ड वैक्सीन के लिए तीन महीने के गैप पर सरकार के फैसले पर भार्गव ने कहा कि इस टीके की पहली खुराक के बाद इम्यूनिटी मजबूत पाई गई।
वहीं तीन महीने का अंतर अच्छा परिणाम देगा। भार्गव ने दावा किया कि कोवैक्सीन की पहली खुराक के बाद इम्यूनिटी का लेवल उतना अधिक नहीं है, यानि कि दूसरी डोज चार हफ्ते बाद ली जानी चाहिए ताकि पूरा असर सुनिश्चित हो सके।
 

जानिए क्या है कोवैक्सीन और कोविशील्ड वैक्सीनेशन का प्रोटोकॉल-
वैक्सीनेशन प्रोटोकॉल के अनुसार, कोवैक्सीन की दो खुराक के बीच चार से छह सप्ताह का अंतर है, हालांकि, कोविशील्ड के लिए, सरकार ने हाल ही में दो खुराक के बीच के अंतर को छह से आठ सप्ताह तक बढ़ाकर 12-16 सप्ताह कर दिया है। 
 

बतां दें कि एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) की कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड (Covishield) को भारत में कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) बना रही है। 

 

कोविशील्ड वैक्सीनेशन के बाद नज़र आ सकते हैं ये लक्षण- 

-इंजेक्शन स्थल पर दर्द या कोमलता

-सरदर्द

-थकान

-मांसपेशियों या जोड़ों में दर्द

-बुखार

-ठंड लगना

-जी मिचलाना

-अन्य, कम आम दुष्प्रभाव भी संभव हैं।
 

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