बिना प्रोटेक्शन शारीरिक संबंध बनाने से शादीशुदा महिलाओं को कई रोग हो सकते हैं। मगर क्या आप जानती हैं कि जो महिलाएं कम संबंध बनाती हैं उन्हें भी कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसा हम नहीं बल्कि हाल ही में हुए शोध में कहा गया है।
35 साल या मिडल एज की महिलाएं अगर नियमित रूप से पार्टनर के साथ संबंध बनाती हैं, तो उनमें मेनोपॉज लेट होता है। शोध के मुताबिक, हफ्ते में एक बार इंटरकोर्स करने वाली महिलाओं में मेनोपॉज की संभावना महीने में एक बार संभोग करने वाली औरतों से 28% कम होती है। जो महिलाएं मिड लाइफ (35 व इससे अधिक उम्र) में बार-बार संभोग नहीं करती हैं, उनमें जल्द रजोनिवृत्ति देखने को मिलती है।
शोधकर्ताओं ने कहा कि इससे यह भी संकेत मिलता है कि महिलाओं में गर्भवती होने की संभावना है या नहीं। अध्ययन के निष्कर्ष बताते हैं कि अगर कोई महिला नियमित ऐसा नहीं कर रही तो उनमें गर्भधारण का कोई मौका नहीं है क्योंकि मेनोपॉज जल्द होने के कारण शरीर अंडोत्सर्ग (ओव्यूलेशन) बंद कर देता है।
यही नहीं, कम संबंध बनाने वाली महिलाओं का इम्यून सिस्टम भी बिगड़ जाता है, जिससे शरीर में बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है। वहीं समय से पहले मेनोपॉज के कारण महिलाओं में मेटाबॉलिक सिंड्रोम, मोटापा, बैड कोलेस्ट्रॉल, खून में फैट बढ़ना, उच्च रक्तचाप होने और हाई ब्लड शुगर की संभावना भी अधिक होती है।
क्या होता है मेनोपॉज
जब महिलाओं में मासिक धर्म बंद हो जाते हैं तो उसे मेनोपॉज कहा जाता है। असल में इसे प्रजनन क्षमता का अंत माना जाता है। यह तब होता है जब महिलाओं की ओवरी या अंडाशय में एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन नाम के हॉर्मोन बनने बंद हो जाते हैं। महिलाओं के मेनोपॉज की औसत उम्र 45 से 55 के बीच मानी जाती है लेकिन जल्दी मेनोपॉज पाने वाली औरतों की संख्या में इजाफा देखा गया।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर आप इस स्थिति से बचना चाहती हैं तो मैरिड लाइफ में एक्टिव रहने के साथ लाइफस्टाइल में बदलाव लाएं। पोषणयुक्त खान-पान और व्यायाम की आदत डालें। साथ ही समय-समय पर बॉडी चेकअप करवाती रहें।
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