हमारे आस-पास कहीं बड़ी इमानते है तो कहीं हरियाली। कई एेसी जगह भी है जहां शांति ने अपना बसेरा नीले आसमान के नीचे बिछा रखा है। एेसा ही कुछ हम आपको दिखाने जा रहे है जिसे देखकर आपको एेसा लगेगा कि जैसे कि आपने जन्नत की सैर कर ली।
- रूपकुंड झील
उत्तराखण्ड में स्थित है , ये झील “रूपकुंड झील”के नाम से जानी जाती है। इसके चारों तरफ जमी बर्फ़ आपके मन को आकर्षित करेगी। यहां कई सालों से लोगों के कंकाल भी दिखाई देते है इसीलिए यह कंकाल झील से भी जाना जाता है,
- पैंगोंग झील
ये झील लेह से लगभग 160 किलोमीटर की दूरी पर है। बाइकर्स के बीच में ये काफ़ी प्रचलित है। इस झील के आस-पास आपको याक और पारम्परिक पोशाक पहने घूमते स्थानीय लोग मिल जाएगे। यहां जैसी शांति आपने कभी महसूस न की होगी.
- खजर
खजर को भारत का मिनी स्विट्ज़रलैंड भी कहा जाता है। ये हिमाचल प्रदेश में है। यहां का घना जंगल और पक्षियों की अलग-अलग आवाजें आपका दिन बना देंगी।
- दजुकोउ वैली
इस घाटी पर सैर करने का मज़ा ही कुछ और है जहां तक निगाहें जाती हैं, वहां तक हरियाली और उबड़-खाबड़ पहाड़ियों का ही दीदार होता है.
- नोहकलिकाई फाल्स
ये चेरापूंजी के पास है। 1100 फीट की ऊंचाई से गिरता पानी देखने के बाद नजारे देखने की तमन्ना को थोड़े पंख से लग जाते हैं। इसके नाम के पीछे भी एक इतिहास है Nohkalikail, Ka-Likai नाम की महिला के नाम से पड़ा है। कुछ पारिवारिक कारणों के चलते इस महिला ने यहां के कूद कर अपनी जान दे दी थी।
- बोर्रा केव्स
बोर्रा केव्स आंध्रप्रदेश में हैं। पहाड़ियों के बीच में बनी ये गुफा काफी पुरानी होने के बाद भी लोगों के लिए आश्चर्य का विषय बनी हुई हैं।
- चादर झील
ये झील कश्मीर की गोद में है। यहां की नदी गर्मियों में तो ठीक रहती है ,लेकिन जब ठंडी की मौसम करीब आते ही यहा की नदी पर बर्फ की एक मोटी चादर जम जाती है।
- अरुणाचल प्रदेश की घाटियां
ईटानगर से लेकर बोमडिला तक पूरा प्रदेश घाटियों के छाया में बसा हुआ है। यहां पर आप जहा भी देखेगे वहा सिर्फ पेड़ों की हरियाली और फूलों की सौंधी खुशबू को एहसास करेंगे।
- Athirapally Waterfalls
केरल के कोच्चि से लगभग 78 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, ये वॉटर फॉल। जंगलों के बीच में और तमिलनाडु की तरफ़ जाते समय रास्ते में पड़ता है। आपको यहा पर जाते समय हाथी और झील दोनों दिखाई देगे।