सारी दुनिया में कई लोग चॉकलेट खाने के दीवाने होते हैं। चॉकलेट हर उम्र के लोग खाना पसंद करते हैं। खासकर सेलिब्रेशन के मौके पर या फिर त्योहारों पर लोग ज्यादातर इसे खाना पसंद करते हैं। लेकिन बहुत से कम लोग इस बात को जानते हैं कि इस वर्ल्ड चॉकलेट डे भी मनाया जाता है। हर साल 7 जुलाई यानी की आज के दिन पूरे विश्व में वर्ल्ड चॉकलेट डे मनाया जाता है। यह दिन चॉकलेट प्रेमियों के लिए बहुत ही खास होता है। तो चलिए आपको बताते हैं कि यह दिन क्यों मनाया जाता है और इसकी शुरुआत कैसे हुई थी...
कैसे हुई शुरुआत?
यह दिन हर साल 7 जुलाई को मनाया जाता है। इसे मनाने की शुरुआत साल 2009 में की गई थी। ऐसा माना जाता है कि इस दिन साल 1550 में यूरोप में चॉकलेट की शुरुआत हुई थी, इसलिए वर्षगांठ के रुप में इसे मनाया जाता है। इस मौके पर दुनियाभर के हर उम्र के लोग चॉकलेट खाना पसंद करते हैं। बाजार में आपकी कई तरह की चॉकलेट की मिल जाएंगी। जैसे-हॉट चॉकेलट, मिल्क चॉकलेट, चॉकलेट केक और ब्राउनी चॉकलेट जिनका आप सेवन कर सकते हैं।
इस देश के लोग सबसे ज्यादा चॉकलेट खाते हैं
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दुनिया में सबसे ज्यादा चॉकलेट स्विट्जरलैंड में खाई जाती है। स्विट्जरलैंड 8.8 किलोग्राम की प्रभावशाली वार्षिक प्रति व्यक्ति खपत के अनुसार इस लिस्ट में सबसे आगे हैं। इसके अलावा यह देश चॉकलेट उद्योग के लिए भी पूरे विश्व में जाना जाता है। इसके अलावा स्विट्जरलैंड के पड़ोसी देश ऑस्ट्रिया में 8.1 के साथ लिस्ट में दूसरे नंबर पर और जर्मनी 7.9 किलोग्राम के साथ लिस्ट में तीसरे नंबर पर शामिल है। इसके अलावा भारत में भी चॉकलेट खाने का चलन बढ़ता जा रहा है। त्योहारों या फिर किसी खास मौके पर लोग इसे खाना पसंद करते हैं।
क्या है फायदे?
चॉकलेट खाने से आपका मूड अच्छा होता है। चॉकलेट में पाया जाने वाला टीट्राफैन खुश रखने में सहायता करता है, यह दिमाग में पाए जाने वाले इंडराफिन को प्रभावित करता है, जिससे आप बहुत ही आरामदायक और तनाव मुक्त महसूस करते हैं। शोध के अनुसार, चॉकलेट एंटीऑक्सीडेंट का बहुत बड़ा स्त्रोत होती है, इसे खाने से रक्त संचार अच्छा होता है और हृदय संबंधी समस्याओं के लिए भी चॉकलेट बहुत ही फायदेमंद होती है।