मां जो अपनी आखिरी सांस तक बच्चों के लिए लड़ती है। उनकी खुशी के आगे और किसी भी चीज की परवाह नहीं करती। दुनिया का सबसे प्यारा और खूबसूरत रिश्ता भी मां का ही माना जाता है। मां और बच्चे का रिश्ता अटूट होता है। बिना किसी शर्त और स्वार्थ के लिए एक मां अपने बच्चे से प्यार करती है। नौ महीने तक अपने बच्चे का पूरा ख्याल रखती है। धरती पर मां को ही भगवान का दूसरा रुप माना जाता है। मां के त्याग और बलिदान को स्मरण रखने के लिए ही हर साल मदर्स डे मनाया जाता है। तो चलिए आपको बताते हैं इस दिन के इतिहास के बारे में...
कब मनाया जाएगा 'मदर्स डे'
मदर्स डे हर साल मई के दूसरे रविवार के दिन मनाया जाता है। इस दिन बच्चे अपनी मां को खुश करने के लिए उनके मनपसंदीदा तोहफे देते हैं। इस साल मदर्स डे 8 मई यानि की इस रविवार को मनाया जाएगा।
क्यों मनाया जाता है यह दिन
इस दिन को मनाने की शुरुआत अमेरिक से की गई थी। अमेरिका की एक बहुत ही लोकप्रिय एक्टिविस्ट एना जार्विस नाम की एक महिला अपने मां को बहुत ही करीब थी। वह अपनी मां से बहुत ही ज्यादा प्यार करती थी। मां का ख्याल रखने के लिए एना से पूरी जिंदगी शादी नहीं की। कुछ समय के बाद एना की मां की मृत्यु हो गई । मां के गुजर जाने के बाद एना ने अपना जीवन दूसरों की सेवा में ही व्यतीत कर दी।
ऐसे हुई 'मदर्स डे' की शुरुआत
फिर अमेरिका में जब दूसरा विश्वयुद्ध हुआ तो एना ने अमेरिकी सैनिकों की सेवा बिल्कुल एक मां की जैसे की। एना की सेवा भावना को देखकर अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति वुड्रो विल्सन ने उनकी सेवा से प्रभावित होकर सम्मान देने के रुप में कानून पास किया। जिसके बाद तब से मदर्स डे पूरी दुनिया में मां के प्यार, त्याग, स्नेह के रुप में मनाया जाता है।