बच्चे वहीं सीखते हैं जो वह अपने आस-पास देखते हैं। चाहे वह बात अच्छी हो या बुरी, उन्हें सीखने में ज्यादा समय नहीं लगता।इसलिए पेरेंट्स को इस बात का ख्याल रखना बहुत जरूरी हैं कि वह ऐसी कोई बात बच्चों के सामने न करें जो उनके दिमाग पर अपना बुरा प्रभाव छोड़ें।
पैरेंट्स का बच्चों के सामने झगड़ा करना भी गलत हैं। अगर आप भी ऐसे ही व्यवहार बच्चे के सामने अपनाते हैं तो जरा सावधान हो जाएं क्योंकि आपकी यह आदत बच्चों को मानसिक तौर पर डिस्टर्ब कर सकती है।
1. डिप्रैशन की समस्या
बार-बार बच्चों के सामने लड़ना उन्हें डिप्रैशन का शिकार बना सकते हैं क्योंकि वह इस बात को खुलकर ब्यां नहीं कर पाते और उन्हें खुशनुमा माहौल मिल नहीं पाता।
2. गुस्सैल स्वभाव
ऐसे माहौल में रहने वाले बच्चे अक्सर गुस्सैल व व्यवहार से चिड़चिड़े हो जाता है। बच्चों के इस गुस्सैल व्यवहार का गलत असर उनकी जीवनशैली पर भी पड़ता है।
3. डर में जीना
मां-बाप के लड़ाई-झगड़े में वह अपने बच्चे तो भूल जाते हैं। इसी वजह से बच्चे डर के साएं में जीने लगते है अौर वह अपने मन की बात किसी से भी नहीं कह पाते।
4. कभी भरोसा न कर पाना
झगड़ालू पेरेंट्स के बच्चे जिंदगी से इतने निराश हो जाते हैं कि वह किसी और पर भरोसा ही नहीं कर पाते। कोई अगर उनसे प्यार से बात करता है तो उनमें ही इन्हें खराबी ही नजर आती है।
5. मानसिक रूप से परेशान होना
बहुत ज्यादा लड़ाई-झगड़े में पलने वाले बच्चे कम उम्र में ही मानसिक रोग के शिकार हो जाते हैं। हर समय चिंता में रहने के कारण बच्चे अपनी पढ़ाई पर भी ध्यान नहीं दे पाते और कश-म-कश में फंसे रहते हैं।
फैशन, ब्यूटी या हैल्थ महिलाओं से जुड़ी हर जानकारी के लिए इंस्टाल करें NARI APP