हर शिशु के लिए मां का दूध अमृत समान होता है। मां के दूध से शिशु को पोषण के साथ रोगों से लड़ने की शक्ति भी मिलती हैं। बस यहीं वजह है कि जन्म से छह महीने तक बच्चों को केवल मां के दूध पर ही निर्भर रखा जाता है। वहीं, ब्रैस्टफीडिंग अगर सही तरीके से न करवाई जाए तो मां और बच्चे दोनों के लिए दिक्कत खड़ी हो सकती है। इसलिए हर मां को ब्रैस्टफीडिंग करवाते समय सही पोजिशन में बैठना चाहिए। इस बात से अधिकतर मांएं अंजान होती है। चलिए आज हम इसी के बारे में बताएंगे कि ब्रैस्टफीड करवाते समय सही पोजिशन क्या है।
1. शिशु के जन्म के शुरुआती दिनों में मां को दूध पिलाते समय अपनी पीठ को टेक देकर बैठना चाहिए। इसे लेड बैक पोजिशन कहा जाता है। इस पोजीशन में मां बच्चे को अपनी गोद में लेटाकर रखती और शिशु का सिर मां के सीने के पास होता है। ब्रेस्टफीडिंग के लिहाज से यह पोजिशन बैस्ट हैं।
2. अक्सर महिलाएं सोचती है कि लेटकर ब्रैस्टफीडिंग करवाने से बच्चा दब सकता है लेकिन ऐसा नहीं है। लेटकर बच्चे को दूध पिलाने से बच्चे और मां के बीच में ज्यादा सम्पर्क बना रहेगा।
3. ब्रैस्टफीडिंग करवाते समय अगर बच्चे को दिक्कत हो रही होती है तो अधिकतर महिलाएं कुर्सी या तकिए का इस्तेमाल करती हैं।