खान-पान और रहन-सहन के मामले में सावधान होने के बावजूद महिलाएं बीमार रह रही हैं। शास्त्रों के मुताबिक महिलाओं का इस तरह बीमार रहने की वजह वास्तु दोष होते हैं। आजकल मार्डन मकानों की चाह में लोगों ने वास्तु शास्त्र द्वारा बताई गई बातों को भुला ही दिया है। चाहे महिला हो या पुरूष उनकी हर प्रकार की बीमारी में वास्तुदोष ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। घर में सकारात्क और नकारात्क ऊर्जा के जिम्मेदार भी यही हैं। तो चलिए आज जानते हैं महिलाओं के स्वास्थय पर प्रभाव डालते वास्तु दोषों के बारे में...
साउथ दिशा के दोष
साउथ दिशा में सर करके सोने वाली औरत का स्वास्थ सदा ढीला रहेगा। अगर किसी कारणवश आप सुस्ती या फिर बीमार महसूस कर रहीं है तो घर की उत्तर दिशा में जाकर कुछ देर बैठ जाएं। उत्तर दिशा सूर्य की दिशा मानी जाती है जो आपको पूरी तरह ऊर्जा से भर देगी।
टॉयलेट के वास्तु दोष
उत्तर पूर्व दिशा में टॉयलेट बनवाने से बचें, इस दिशा में बाथरुम या शौचालय बनाने से घर में बीमारी वाला माहौल बना रहता है। सबसे ज्यादा असर घर की औरत के स्वास्थय पर पड़ता है।
भारी सामान
घर के बीचों-बीच किसी भी तरह का भारी सामान रखने से परहेज करें। जहां तक हो सके घर की इस दिशा को खाली रहने दें। अगर जरुरत लगे तो एक सुंदर सा पौधा या फिर आर्टीफिशल फ्लॉर पॉट रख सकते है।
रात का अंधेरा
घर के रंग भी औरतों की सेहत से काफी हद तक जुड़े होते हैं। घर को बीमारियों से दूर रखने के लिए रात को अंधेरा करके न सोएं। रात के वक्त बरामदे में हल्के नीले रंग का सॉफ्ट बल्ब जगाकर रखने से घरवालों का स्वास्थय सदा अच्छा रहता है।
गलत दिशा में पड़ा पानी
घर के दक्षिण-पश्चिम भाग किसी भी प्रकार का पत्थर से बना पानी का टैंक, बोरवेल या सैप्टिक टैंक उस घर में रहने वाली महिला सदस्य के लिए अशुभ माना जाता है। इस दिशा में पानी से जुड़ी कोई भी चीज रखने से घर की महिलाओं का स्वास्थय सदैव ढीला रहता है।
दक्षिण दिशा में बरामदा
घर के दक्षिण दिशा में बरामदे का होना घर की स्त्रियों को सदा रोगी बनाकर रखता है। जिस वजह से कमाया हुआ धन दवा-दवाईयों में ही खत्म होता रहता है। परिवार में आर्थिक कष्ट भी सदा बना रहता है।
दक्षिण भाग का ऊंचा होना
जिस घर का दक्षिण भाग ऊंचा होता है उस घर की मालिकन की सेहत भी सदा ढीली रहती है। इस तरह के घर में हमेशा बीमारी, कलह, शत्रुता बनी रहती है।
वास्तु दोष दूर करेंगे ये उपाय....
तुलसी का पौधा
तुलसी का पौधा घर में सुंदरता के साथ-साथ घर के सदस्यों को अच्छी सेहत भी प्रदान करता है। पौधा रखने के लिए घर की उत्तर दिशा सबसे बेस्ट मानी जाती है। यदि घर की मालकिन रोजाना सुबह उठकर तुलसी को पानी डालकर इसकी पूजा करती है तो इसका फल उसे अच्छी सेहत के रुप में मिलता है।
घर की दहलीज में न करें भोजन
स्त्रियों को घर की दहलीज पर बैठकर भोजन नहीं करना चाहिए नहीं तो घर में दलिद्रता पैदा होगी। आपके साथ-साथ बच्चे भी बीमार रहने लगेंगे।
साफ-सुथरी रसोई
महिलाएं भोजन बनाने के बाद तवा, कढ़ाई अन्य बर्तन चूल्हे या गैस पर न रखें रहनें दें। खासतौर पर रात को खाने के बाद रसोई अच्छी तरह साफ करने के बाद ही किचन से बाहर निकलें। इससे भी घरवालों की सेहत सदा अच्छी बनी रहती है। रसोई घर में झूठे बर्तन नहीं रखने चाहिए। बर्तनों को रात में ही धोकर रख दें। इससे शरीर अरोग भी रहेगा और धन लाभ भी मिलेगा।
सफेद वस्तुएं का दान
घर की खुशहाली बनाए रखना एक औरत की सबसे अधिक जिम्मेदारी होती है। मंगलवार के दिन जितना हो सके दान-पुन के काम करें। खासतौर पर सफेद रंग की वस्तुएं दान करने से अनेकों लाभ मिलते हैं।
इन चीजों पर दें विशेष ध्यान
औरतें अपने आभूषणों को घर के दक्षिण-पश्चिम कोने में रखें। ऐसा करने से घर में शांति आती है धन की वृद्धि होती है। घर की छत पर टूटी कुर्सियां, बन्द घड़ियां, खाली गत्ते, बोतल, टूटी-फूटी मूर्तियां और किसी भी प्रकार का कबाड़ नहीं रखना चाहिए। घर में मिट्टी के खाली मटके भी नहीं रखने चाहिए।
इन सब चीजों को ध्यान में रखकर एक औरत खुद के और फैमिली के तमाम वास्तु दोष खत्म कर सकती है।