03 NOVSUNDAY2024 12:58:13 AM
Nari

अपनी  बेगुनाही साबित करने के लिए डॉक्टर ने लगा लिया फंदा, सुसाइट नोट में लिखा- प्लीज मेरे बच्चों को...

  • Edited By vasudha,
  • Updated: 31 Mar, 2022 10:47 AM
अपनी  बेगुनाही साबित करने के लिए डॉक्टर ने लगा लिया फंदा, सुसाइट नोट में लिखा- प्लीज मेरे बच्चों को...

 राजस्थान के दौसा जिले के लालसोट कस्बे में एक महिला चिकित्सक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। डॉक्टर के खिलाफ सोमवार को उसके निजी अस्पताल में एक गर्भवती की मौत के बाद इलाज में लापरवाही का मामला दर्ज किया गया था, जिसके बाद दहशत में आकर उन्होंने अपने आप को ही खत्म कर दिया। 

PunjabKesari
पुलिस के अनुसार दौसा के लालसोट कस्बे में डॉक्टर अर्चना शर्मा के निजी अस्पताल में एक गर्भवती महिला की मौत हो गई। परिजनों ने चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल के सामने प्रदर्शन किया। पुलिस द्वारा चिकित्सक के खिलाफ लालसोट थाने में मामला दर्ज करने के बाद मामला शांत हुआ, लेकिन अर्चना इतना डर गई कि उसने  फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। 

PunjabKesari
पुलिस के हाथ महिला का  सुसाइड नोट लगा है, जिसमें लिखा है-  ‘‘मैंने कोई गलती नहीं की...मेरा मरना शायद मेरी बेगुनाही सबित कर दे। कृपया निर्दोष डॉक्टरों को परेशान न करें।’आखिर में लिखा गया था- प्लीज मेरे बच्चे को मां की कमी महसूस नहीं होने देना। अस्पताल के प्रबंध निदेशक डॉ सुनीत उपाध्याय ने कहा कि उनकी पत्नी डॉ अर्चना शर्मा ने मंगलवार सुबह, अपने खिलाफ हत्या के मामले की खबर पढ़ी और वह यह सोचकर घबराहट व डर में थीं कि उन्हें जेल हो जाएगी।

PunjabKesari

उपाध्याय के अनुसार उन्होंने अपनी डॉक्टर पत्नी को काफी समझाने की कोशिश की कि डरने की कोई बात नहीं है लेकिन वह दहशत में रहीं और मंगलवार को यह आत्मघाती कदम उठाया। उन्होंने दावा किया कि जिस गर्भवती महिला आशा बैरवा की उनके अस्पताल में मौत हुई, उसके परिवार को विश्वास था कि डॉ. अर्चना ने उसकी जान बचाने के लिए सभी प्रयास किए।

PunjabKesari
उपाध्याय ने आरोप लगाया कि परिवार वाले आशा के शव को दाह संस्कार के लिए घर ले गए थे लेकिन आरोपी बल्या जोशी उन्हें वापस ले आया और शव के साथ अस्पताल के बाहर धरना दिया। आरोप है कि जोशी ने महिला के परिजनों को आर्थिक मदद दिलाने का आश्वासन दिया था। गर्भवती महिला की मौत के मामले में इस चिकित्सक दंपत्ति के खिलाफ भादंसं की धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया गया था।
 

Related News