पूरे देश में दुर्गा पूजा की धूम देखने को मिलती है, पर पश्चिम बंगाल का ये तो सबसे ज्यादा लोकप्रिय त्योहार है। यहां पर दुर्गा माता के बड़े- बड़े पंडालों के साथ मेले भी लगते हैं। यहां पर भारी संख्या में लोग माता के दर्शन करके उनका आशीर्वाद लेने पहुंचते हैं। वहीं कोलकाता का पाथुरीघाट पंचर पल्ली का पंडाल इस बार अपने थीम को लेकर खूब चर्चा में है। दरअसल इस पंडाल में पीरियड्स हाइजीन के थीम पर बनाया गया है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग पीरियड्स को लेकर जागरूक हों।
पीरियड्स को लेकर जागरूकता के चलते बनाया पंडाल
पाथुरीघाट पंचर पल्ली सर्बोजनिन दुर्गोत्सव का कहना है कि समिति के कार्यकारी अध्यक्ष एलोरा साहा का कहना है कि पूजा पंडाल के जरिए लोगों के बीच पीरियड्स की हाइजीन और सामाजिक जागरुकता के मुद्दे को दिखाने के प्रयास में बनाया गया है।
लड़कियों के साथ लड़कों को भी होनी चाहिए पीरियड्स की जानकारी
उनका कहना है कि पीरियड्स को लेकर हमारे सामाज में कई तरह की गलत जानकारियां हैं, जिसे कई लोग आज भी मान रहे हैं। एलोरा आगे कहते हैं कि जब महिलाओं को पीरियड्स के दौरान रसोई में जाने नहीं दिया जाता है, तो वहीं वो शादीशुदा महिलाओं को पति के साथ एक बिस्तर में सोने नहीं दिया जाता है। ये सब गलत है और इसके बारे में लड़कियों के साथ लड़कों को भी जानकारी होनी चाहिए।
18 लाख तक का आया खर्चा
एलोरा साहा का कहना है कि इस पंडाल को बनाने में 3 महीने का समय लग गया तो वहीं 18 लाख रुपये तक का खर्च भी आया।