नाभि हमारे शरीर का केंद्र बिंदु होती है। यह शरीर को इंफेक्शन से बचाने व स्वस्थ रखने में मदद करती है। आयुर्वेद अनुसार, नाभि चक्र को उसके केंद्र बिंदु से हटा देने पर इससे होने वाले रोग शरीर तक पहुंच सकते हैं। इसलिए हेल्दी रहने के लिए नाभि का अपनी ही जगह पर होना बेहद जरूरी है। मगर नसें कमजोर होने पर नाभि अपने जगह पर हटने की परेशानी हो सकती है। एक्सपर्ट अनुसार, नाभि का एक जगह से खिसकना एक आम समस्या है जिसका कई बार लोगों को पता भी नहीं चलता हैं। इसके कारण पेट दर्द की शिकायत हो सकती है। ऐसे में अधिक दर्द होने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। इसके साथ ही रोजाना कुछ योगासन करके भी इस समस्या से बच सकते हैं। चलिए जानते हैं कुछ योगासन के बारे में...
उत्तानपादासन
. उत्तानपादासन करने के लिए अपने दोनों पैरों को एक साथ जोड़े।
. पैरों को धीरे-धीरे ऊपर की ओर ले जाते हुए 30 डिग्री तक उठाएं।
. हाथों को जमीन पर सीधा रखें।
. फिर गहरी सांस लेते हुए पैरों को वापस ले लाएं।
. ऐसा 3 बार करने के बाद पैरों को 60 डिग्री तक उठाएं।
. फिर सांस लेते हुए वापिस आ जाए।
. इस प्रक्रिया को भी 3 बार दोहराएं।
अर्ध हलासन
. इस आसन को करने के लिए जमीन पर लेट कर दोनों पैरों को ऊपर उठाएं।
. पैरों के पंजे आंखों की सीध में ही रखें।
. फिर धीरे-धीरे पंजों को पहले ऊपर और फिर नीचे की ओर मोड़ें।
. 3-5 बार ऐसा करके सामान्य अवस्था में आ जाएं।
. शुरु-शुरु में इस योग को करने से परेशानी हो सकती हैं। इसके लिए आप किसी की मदद ले सकते हैं।
अर्ध पवनमुक्तासन
. इस आसन को करने के लिए जमीन पर सीधे लेट जाएं।
. उसके बाद अपने बाईं पैर को ऊपर की तरफ मोड़ते हुए सीने की ओर लेकर आएं।
. दोनों हाथों से घुटनों को पकड़ लें।
. कुछ देर इसी मुद्रा में रहने के बाद दूसरो पैर से इस योग दोहराएं।
. इसे करीब 3-5 बार करें।
मर्कट आसन
. इसके लिए जमीन पर मैट बिछाकर पीठ के बल लेट जाएं।
. अब दोनों घुटनों को मोड़ते हुए पैरों को एक साथ दाईं तरफ ले जाते हुए मैट से जोड़े।
. सिर को पूरी तरह बाईं ओर मोड़कर रखें।
. हाथों को जमीन पर एकदम सीधा रखें।
. कुछ देर इसी अवस्था में रहने के बाद आराम की स्थिति में आ जाएं।
. इसके बाद दाईं ओर से इस योग को करें।
सेतुबंधासन
. इस योग को करने के लिए सबसे पहले खुली जगह पर मैट बिछाकर पीठ के बल लेट जाएं।
. अब पैरों को मोडडकर दोनों हाथों से टखनों को पकड़ें।
. फिर धीरे-धीरे शरीर को ऊपर की ओर उठाते हुए उस स्थिति पर कुछ सेकेंड रूक जाएं।
. बाद में आराम की मुद्रा में आ जाएं।
इन योगासन को करने से नाभि खिचकने की समस्या से जल्द ही आराम मिल सकता है। मगर आप इनमें से किसी भी योग को करने से पहले किसी एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।