कई बार कड़ी मेहनत के बावजूद भी मनचाहा फल नहीं मिल पाता है। इसके कारण जीवन में अस्थिरता व धन संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ज्योतिष के अनुसार, कुंडली में ग्रह कमजोर होने से भी ऐसी परेशानियां होती है। ऐसे में कुछ उपाय करके इन समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। तो चलिए आज हम आपको कुछ ऐसे उपाय बताते हैं, जिसे आपको सिर्फ चावल की मदद से करना है।
दरिद्रता होगी दूर
पूजा या किसी भी धार्मिक काम में चावल का विशेष महत्व है। साथ ही इसका संबंध चंद्रमा से होता है। इसलिए रोजाना माथे पर चावल का तिलक लगाएं। इससे कुंडली में चंद्रमा मजबूत होने के साथ धन संबंधी समस्याएं दूर होगी।
इस उपाय से करें देवी लक्ष्मी को प्रसन्न
पूर्णिमा या किसी शुभ मुहूर्त में लाल रंग के रेशमी कपड़े में 21 चावल के दानों को हल्दी से रंग कर बांध लें। फिर माता की चौकी बनाकर उनकी तस्वीर स्थापित करें। फिर देवी मां के आगे उस कपड़े को रख दें। देवी मां की पूजा करने के साथ कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें। फिर कुछ चावल अपने पर्स और बाकी के चावल अपने धन रखने वाली जगह पर रख दें। इससे पैसों की किल्लत दूर होकर देवी लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी।
धन प्राप्ति के लिए
सोमवार के दिन आधा किलो चावल लें। फिर इसे शिव जी के मंदिर में जाकर शिवलिंग पर 1-1 मुट्ठी अर्पित करें। इस बार का ध्यान रखें कि चावल टूटे हुए ना हो। बाकी के चावल गरीब व जरूरतमंद को दान करें। इस उपाय को लगातार 5 सोमवार करें। इससे धन प्राप्ति के योग बनेंगे।
नौकरी व कारोबार से जुड़ी समस्या होगी दूर
घर पर मीठे चावल बनाकर कौवों को खिलाएं। इससे कारोबार व नौकरी से जुड़ी समस्याएं दूर होगी। आय के नए स्त्रोत बनने के साथ नौकरी में तरक्की मिलेगी।
मनोकामना पूरी करने के लिए
शुक्रवार रात 10 बजे घर की उत्तर दिशा में एक चौकी रख कर उसपर कलश स्थापित करें। कलश पर केसर से स्वास्तिक बनाकर उसमें पानी, दूर्वा, चावल, 1 रुपया का सिक्का डालें। फिर छोटी प्लेट में चावल भर कर उसे कलश के ऊपर रखें। अब श्रीयंत्र की स्थापित करके चौमुखी दीया जलाकर कुमकुम व चावल से पूजा करके लक्ष्मी स्तोत्र का पाठ पढ़े। इससे मनोकामना पूरी होने के साथ आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
जीवन की अस्थिरता दूर करेगा यह उपाय
अक्सर बनते-बनते काम बिगड़ने लगते हैं। इसके पीछे का कारण पितृदोष हो सकता है। इससे बचने के लिए चावल की खीर और रोटी लेकर अमावस्या के दिन कौवों को खिलाएं। इससे पितरों का आशीर्वाद मिलेगा। कार्यों में सफलता मिलने के साथ समाज में यश, वैभव व सम्मान बढ़ेगा। साथ ही जीवन से अस्थिरता दूर होने में मदद मिलेगी।