मौसम चाहें गर्मी का हो या सर्दी गले में खराश, दर्द आदि होना एक आम समस्या है। अगर यह समस्या बढ़ जाएं तो खांसी, गले में सूजन आदि का भी सामना करना पड़ सकता है। इससे व्यक्ति को बहुत परेशानी झेलनी पड़ती है। ऐसे में कोई कफ सिरप या दवाई की जगह घरेलू नुस्खों को अपनाकर इससे निजात पाया जा सकता है। तो आइए जानते हैं, उन देसी नुस्खों के बारे में...
नमक का पानी
गले की खराश मिटाने के लिए 1/4 टेबलस्पून नमक को गर्म पानी में मिलाएं। तैयार पानी से दिन में 2 से 3 बार गरारे करने से फायदा मिलता है। यह एक काफी आसान और पुराना देसी नुस्खा है। नमक में एंटी-बैक्टीरियल गुण गले की खराश, बलगम आदि से जल्द ही राहत दिलाता है।
हल्दी वाला दूध
हल्दी एंटी- बैक्टीरियल, एंटी- वायरल व औषधीय गुणों से भरपूर होती है। आयुर्वेद में हल्दी के दूध को प्राकृतिक एंटीबायोटिक कहा जाता है। ऐसे में इसको पीने से गले की खराश, सूजन और दर्द से राहत मिलती है। साथ ही दिनभर की थकान दूर होती है। इसलिए रोजाना रात को सोने से पहले हल्दी वाला दूध पीना चाहिए।
हर्बल चाय
हर्बल- टी अपने अंदर औषधीय गुणों को समाएं होती है। इसे दिन में 2 से 3 बार पीने से गले की खराश से छुटकारा मिलता है। आप चाहें तो इसे बाजार से लाकर या घर पर खुद तैयार कर पी सकते हैं। घर पर इसे बनाने के लिए अदरक, दालचीनी, लीकोरिस को पानी में डालकर 5-10 उबालें। तैयार हर्बल चाय को छान पीएं।
अदरक
पानी में अदरक उबालकर तैयार काढ़ा पीना भी फायदेमंद होता है। यह गले के दर्द, खराश व खांसी आदि नार्मल गले की खराश से राहत दिलाता है।
शहद और नींबू
1 गिलास गर्म पानी में 1 टेबलस्पून शहद और नींबू के रस की कुछ बूंदें मिक्स कर पीने से सुखी खांसी व गले की खराश दूर होती है। इसे दिन में 3 बार पीने से जल्दी असर होता है। शहद में एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी- वायरल गुण होते है, जो गले की सूजन और दर्द से निजात दिलाने में फायदेमंद होता है।
सेब का सिरका
यह एक प्रकार का एसिड है। इसके सेवन से गले में होने वाली के कारण पैदा हुए बैक्टीरिया मर जाते हैं। साथ ही गले में बलगम होने की परेशानी से भी राहत मिलती है। इसके लिए आप 1 टेबलस्पून सेब के सिरके को हर्बल-टी में डालकर पीएं। इसके अलावा इसे गुनगुने पानी में मिक्स कर इसके गरारे करने से भी गले से जुड़ी समस्याओं से राहत मिलती है।
लहसुन
लहसुन में एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल आदि गुण होते हैं। इसके अलावा यह औषधीय गुणों से भरा होता है। इसमें सल्फर आधारित योगिक एलेसिन होता है। जो बैक्टीरिया को मारता है। गले में खराश, खांसी आदि की समस्या में इसकी एक कली को गाल और दांतो के बीच दबाकर टॉफी की तरह चूसने से फायदा मिलता है।