
नारी डेस्क: महाराष्ट्र के ठाणे जिले के भिवंडी इलाके में एक 16 साल की स्कूली छात्रा ने अपनी बहादुरी और सूझबूझ से अपहरण की कोशिश को नाकाम कर दिया। ये घटना 9 जुलाई 2025 की दोपहर करीब 12 बजे की है, जब वह स्कूल जाने के लिए ऑटो में बैठी थी। रास्ते में उसने जो किया, वह हर लड़की के लिए मिसाल बन गया।
क्या हुआ था उस दिन?
लड़की रोज़ की तरह स्कूल जा रही थी। उसने एक ऑटो रिक्शा लिया जिसमें पहले से एक अनजान व्यक्ति बैठा था। जब ऑटो स्कूल के पास पहुंचा और उसने रुकने को कहा, तो चालक ने उसकी बात अनसुनी कर दी और गाड़ी की रफ्तार तेज कर दी। तभी छात्रा को अहसास हुआ कि कुछ गलत हो रहा है।
कंपास बना हथियार, ऑटो ड्राइवर की गर्दन पर किया हमला
डरी हुई लड़की घबराई नहीं। उसने तुरंत अपने बैग से ज्योमेट्री बॉक्स निकाला और उसमें से कंपास निकालकर ऑटो चालक की गर्दन पर वार कर दिया। फिर उसने पास बैठे व्यक्ति को धक्का दिया और चलते ऑटो से कूदकर खुद को बचा लिया।
स्कूल पहुंचकर मां को दी जानकारी, पुलिस में दर्ज करवाई शिकायत
गंभीर हालत में भी वह सीधे स्कूल पहुंची और मां को फोन कर पूरी घटना बताई। इसके बाद दोनों शांतिनगर पुलिस स्टेशन गए और FIR दर्ज करवाई। पुलिस ने इस पर तुरंत कार्रवाई करते हुए रिक्शा चालक और उसके साथी के खिलाफ धारा 137(2) (अपहरण) और 62 (गंभीर अपराध की कोशिश) के तहत केस दर्ज किया है।
पुलिस जांच में जुटी, CCTV फुटेज खंगाले जा रहे शांतिनगर पुलिस स्टेशन के अधिकारी अब इलाके के CCTV कैमरों की मदद से आरोपियों की पहचान करने में लगे हैं। पुलिस का कहना है कि दोनों आरोपी जल्द गिरफ्त में होंगे।
बहादुरी की हर तरफ हो रही तारीफ
लड़की की बहादुरी की हर जगह तारीफ हो रही है। सोशल मीडिया पर लोग कह रहे हैं कि इतनी कम उम्र में भी इतनी साहसिक सोच और आत्मविश्वास काबिले तारीफ है। ये किसी फिल्मी सीन जैसा था, लेकिन यह असल जिंदगी की एक नायिका की कहानी है।
यह घटना हमें यह सिखाती है कि डर को हराना जरूरी है, और सही समय पर साहसिक फैसला लेना किसी भी बड़ी मुश्किल से बाहर निकलने का रास्ता हो सकता है। इस बहादुर बेटी को पूरा देश सलाम करता है।