तेलुगु फिल्मों के सुपरस्टार महेश बाबू के घर में दुखों का पहाड़ टूट गया है। महेश के भाई और अभिनेता रमेश बाबू ने दुनिया को अलविदा कह दिया है , जिससे फिल्म जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। हर कोई रमेश बाबू के अचानक यूं चले जाने से हैरान है। एक्टर महेश बाबू इस वक्त परिवार के साथ नहीं हैं।
कोरोना का शिकार हाेने के चलते वह होम आइसोलेशन में रह रहे थे, खुद को परिवार के लोगों से अलग कर लिया था। फिल्म निर्माता बीए राजू ने ट्वीट कर बताया- “ये बहुत दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि हमारे अपने प्यारे रमेश बाबू गरु का निधन हो गया है. वो हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेंगे। हम अपने सभी शुभचिंतकों से अनुरोध करते हैं कि COVID गाइडलाइंस का पालन करने और श्मशान स्थल पर इकट्ठा होने से बचें- घट्टामनेनी परिवार.”।
56 साल के फिल्ममेकर, प्रड्यूसर और ऐक्टर रहे रमेश बाबू लंबे समय से लीवर से जुड़ी समस्याओं से जूझ रहे थे। महेश बाबू की तरह की उनके भाई भी साउथ इंडस्ट्री का एक जाना माना चेहरा थे। उन्होंने 1974 में 'अल्लूरी सीतारामाराजू' से स्क्रीन पर डेब्यू किया था। इस फिल्म के बाद रमेश बाबू ने कई तमिल फिल्मों में काम किया इसमें ना इले ना स्वर्गम, अन्ना चेलेलु, चिन्नी कृष्णुडु जैसी हिट्स शामिल हैं।
वहीं कुछ दिन पहले महेश बाबू ने बताया था कि- उनमें कोविड-19 के हल्के लक्षण हैं और ‘सभी जरूरी एहतियात बरतने के बावजूद’ वह संक्रमित हो गए। अभिनेता ने अपने पोस्ट में कहा था- “मेरे संपर्क में आने वाले सभी लोगों से अनुरोध है कि वे अपनी जांच कराएं। मैं उन सभी से शीघ्र टीका लगवाने का आग्रह करता हूं जिन्होंने अपना टीकाकरण नहीं कराया है, क्योंकि यह गंभीर लक्षणों और अस्पताल में भर्ती होने के जोखिम को कम करता है। कृपया कोविड मानदंडों का पालन करें और सुरक्षित रहें। वापस आने का बेसब्री से इंतजार।”