तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की केंद्र सरकार की घोषणा को ‘‘देर आए दुरुस्त आए’’ बताया जा रहा है। चारों तरफ मोदी सरकार के इस फैसले का स्वागत किया जा रहा है। गरीबों के मसीहा सोनू सूद ने भी इस फैसले पर खुशी जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया।
अभिनेता सोनू सूद ने ट्वीट कर लिखा- यह एक अद्भुत खबर है। कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए धन्यवाद पीएम नरेंद्र मोदी जी। शांतिपूर्ण विरोध के माध्यम से उचित मांगों को उठाने के लिए किसानों को धन्यवाद। आशा है कि आज आप श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर अपने परिवारों के पासस खुशी-खुशी लौटेंगे
अभिनेता ने दूसरे ट्वीट में लिखा- “किसान वापिस अपने खेतों में आयेंगे, देश के खेत फिर से लहराएंगे। धन्यवाद पीएम नरेंद्र मोदी जी, इस ऐतिहासिक फैसले से किसानों का प्रकाश पूरब और भी ऐतिहासिक हो गया। जय जवान जय किसान।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को घोषणा की कि सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने का फैसला किया है। किसान पिछले करीब एक साल से इन कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। देश के करीब 40 किसान संगठनों के प्रतिनिधि समूह संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा का स्वागत किया है।
किसान संगठन ने कहा कि यदि कृषि कानूनों को औपचारिक तौर पर निरस्त किया जाता है तो यह भारत में किसानों के एक साल लंबे संघर्ष की ऐतिहासिक जीत होगी। उसने जोर देकर कहा कि किसानों का आंदोलन सिर्फ इन काले कानूनों को निरस्त करने के लिए नहीं है, बल्कि सभी कृषि उत्पादों के लिए लाभकारी मूल्य की वैधानिक गारंटी देने के लिए भी है। किसानों की यह महत्वपूर्ण मांग अब भी लंबित है।’’