'जाने मेरी जानेमन, बसपन (बचपन) का प्यार' गाना गाकर घर-घर में फेमस हुए सहदेव दिरदो का कल एक्सीडेंट हो गया जिसमें उन्हें गंभीर चोटें आई। आनन-फानन में उसे अस्पताल लाया गया और उनका इलाज किया गया। जैसे ही सोशल मीडिया पर यह खबर आई कि नन्हे सहदेव के लिए लोग दुआ करने लगे। खबरों की मानें तो एक्सीडेंट के कई घंटे बाद सहदेव को रात 10 बजे होश आया।
सोशल मीडिया पर सहदेव की वायरल तस्वीरों में देखा जा सकता है कि उनके सिर पर गंभीर चोट आई। सहदेव को सिर में गंभीर चोटें आई हैं तो ऐसे में उन्हें ठीक होने में अभी समय लगेगा। फिलहाल सहदेव खतरे से बाहर है। बता दें कि घटना के वक्त से इलाज होने तक करीब 5 घंटे तक सहदेव बेहोश रहे थे। बॉलीवुड सिंगर बादशाह ने सहदेव के जल्द ठीक होने की दुआ मांगी। उन्होंने एक पोस्ट भी शेयर की और साथ ही फोन करके सहदेव का हाल चाल पूछा और हर संभव मदद का दिलासा दिया। यहां आपको बता दें कि बादशाह और सहदेव ने एक साथ ‘बचपन का प्यार’ लिरिक्स पर वीडियो सॉन्ग बनाया। वही, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
जानकारी के मुताबिक, सहदेव अपनी फैमिली के साथ बाइक में बैठकर कहीं जा रहा था। बाइक पर 3 लोग सवार थे और सहदेव सबसे आखिर में बैठा था। इसी दौरान सड़क पर गिट्टी व रेत से बाइक का बैलेंस बिगड़ा और एक्सीडेंट हो गया। जैसे कि हमने आपको बताया कि सहदेव लास्ट में बैठा था इसलिए उसे ज्यादा चोट लगी। वहां मौजूद लोगों ने सहदेव को जिला अस्पताल सुकमा पहुंचाया। जहां डाक्टरों ने सिर में पांच टांके लगाए। फिलहाल डॉक्टर का कहना है कि सहदेव खतरे से बाहर है और उन्हें होश आ गया है वो अपने परिवारवालों से भी बात कर रहे हैं। सुकमा जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए जगदलपुर के डिमरापाल मेडिकल कॉलेज (मेकाज) रेफर कर दिया गया।
बता दें कि सहदेव का गाना 'बसपन का प्यार' का प्यार सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुए था। इस गाने में सहदेव बचपन को 'बसपन' कहता है। उसका यह भोला और मासूम अंदाज ही लोगों के दिल को भा गया था। सहदेव के स्कूल टीचर ने साल 2019 में उनकी कक्षा में बसपन का प्यार गाना गाते हुए उनका एक वीडियो रिकॉर्ड किया था। कई नामी स्टार्स ने सहदेव के मूल वीडियो को शेयर किया था। इसके बाद बॉलीवुड सिंगर बादशाह ने उसके साथ इस गाने का रिमिक्स तैयार किया था। यही नहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी सहदेव को माला पहनाकर सम्मानित किया था।