पेरेंटिंग: प्रैग्नेंसी में महिला को खास डाइट लेने की सलाह दी जाती है, ताकि इससे मां और बच्चा दोनों स्वस्थ बने रहे है। साथ कुछ ऐसे चीजें खाने के लिए कहा जाता है, जिससे बच्चे का रंग साफ हो। ऐसे में प्रैग्नेंसी में केसर खाने की सलाह दी जाती क्योंकि माना जाता है कि इससे बच्चे का रंगत निखरती है और मूड स्विंग्स में रहात मिलती है। साथ ही प्रैग्नेसी में केसर का सेवन करने से ब्लड प्रैशर की समस्या से छुटकारा मिलता है। अगर वहीं जरूरत से ज्यादा केसर का सेवन किया जाएं तो इससे फायदे मिलने के बजाए नुकसान हो सकता है। इसलिए प्रैग्नेंसी में केसर का सेवन करते समय कुछ सावधानियां जरूर बरते ।
1. अपनी गाइनेकोलोजिस्ट की सलाह लेकर ही प्रैग्नेंसी में केसर का सेवन करें क्योंकि इससे इससे बच्चे को खतरा पहुंच सकता है।
2. एक गिलास दूध में केसर के 2 तार डाल लें लेकिन इससे ज्यादा नुकसानदेह हो सकता है।
3. एक सर्वे के अनुसार एक दिन में 10 ग्राम से ज्यादा केसर का सेवन करने से मिसकैरिज का खतरा बढ़ सकता है क्योंकि केसर हमारी बॉडी हीट बढ़ा देता है, जो प्रैग्नेंसी में हानिकारक है।
4. प्रैग्नेंसी में ज्यादा केसर का सेवन करने से सिर दर्द, बेचैनी, चक्कर आना, मुंह सूखना आदि जैसी कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
5 कई बार केसर का सेवन करने से उल्टियां लग सकती है।
गंभीर समस्या के संकेत
- नाक, होठ या आंखों से खून निकलने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।
- शरीर सुन्न या ठंडा पड़ जाए तो देरी न करें, अपने गाइनेकोलोजिस्ट की सलाह लें।
- पेशाब में खून निकलने को नजरअंदाज न करें।
- बार-बार चक्कर आना या बेहोशी जैसा महसूस होने पर डॉक्टर के पास जाएं।