शादी के बाद कुछ समय तक तो हनीमून पेज चलता है। पार्टनर में सबकुछ अच्छा-अच्छा लगता है लेकिन जैसे- जैसे समय बीतता है पति- पत्नी के बीच चीजें एक समान नहीं रहती हैं और तालमेल बिठाने में समय लगता है। कोई भी रिश्ता को खूब समय देकर उसे संवारने की कोशिश करते हैं, वहीं कुछ लोगों की बात तलाक तक पहुंच जाती है। इसका का उदाहरण है रुबीना और अभिनव जो दूर से देखने में तो प्यार में खोए शानदर कपल लगते थे, लेकिन उन्होंने खुद बताया था कि रिश्ते में कुछ ठीक नहीं है और COVID के वक्त उन्हें एहसास हुआ की उनका रिश्ता ठीक नहीं हो सकता है और तलाक लेने बेस्ट रहेगा। हालांकि बाद में उन्होंने अपने रिश्ते पर काम किया और दोनों आज भी साथ हैं। उन्होंने एक बड़ी सीख दी है उन्हें जो परेशानी का हल निकालने के बजाए अपने रिश्ते को खत्म करने पर उतारू हो जाते हैं। आप भी ये गलतियां ना करें जिससे बात तलाक तक पहुंच जाए...
रिश्ते में जलन- भेदभाव जैसी भावना ना रखें
बिग- बॉस के वक्त रुबीना और अभिनव का रिलेशन बहुत ही मुश्किल पड़ाव से गुजर रहा था। लेकिन इसके बाद भी दोनों ने किसी को यह जाहिर नहीं होने दिया कि उनके बीच सबकुछ सही नहीं चल रहा है। रुबीना न केवल अभिनव की परछाई बनकर उनके साथ खड़ी रहीं बल्कि अभिनव ने भी इस दौरान अपनी पत्नी के प्रति अपना प्यार दिखाने में कोई कमी नहीं की। टास्क से लेकर एक-दूसरे संग बातचीत करने तक दोनों ज्यादा से ज्यादा अपने रिश्ते को समय देने लगें।
करें एक- दूसरे को समझने की कोशिश
अकसर दो लोग काफी अलग होते हैं, जो की रिश्ते में तनाव का कारण बन सकता है। रुबीना और अभिनव में तनाव होने के बाद भी घर में एक दूसरे को समझने की बहुत कोशिश की। दोनों के भी कई बारी मतभेद देखने को मिले पर दोनों ने एक दूसरे की कमियों को इग्नोर कर हर वो काम किया, जिससे वो दोनों ज्यादा नजदीक आ सकें।
कहीं आपकी गलती तो नहीं
अकसर लोगों को अपनी गलती का जब तक अहसास होता है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। ऐसे में कपल्स इस बात का जवाब ढूंढे की रिश्ते में बार- बार तकरार क्यों हो रही है। बात तलाक तक आखिर क्यों गई। अगर आपको वाकई में अपने रिश्ते में ऐसी कुछ चीजें दिख रही हैं, जिनका बहुत हद तक कारण आपसे जुड़ा है तो सबसे पहले उन्हें ठीक करने की कोशिश करें। साथ ही साथ अपने पार्टनर से भी उन सभी चीजों के लिए मांफी मांगे, जिनकी वजह से उन्हें तकलीफ हुई है।
रिश्ते में एडजस्टमेंट है जरुरी
शादी का दूसरा नाम एडजस्टमेंट है। हम इस बात को मानते हैं कि हो सकता है कि आपको अपने पार्टनर की कुछ आदतें बिल्कुल भी पसंद नहीं हों। लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि आप उन्हें छोटी-छोटी बातों पर टोंट या भला बुरा कहना शुरू कर दें। आपका पार्टनर जैसा है, उन्हें वैसे ही स्वीकार करें।