प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को हरियाणा के रेवाड़ी में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान की आधारशिला रखी है। हरियाणा के रेवाड़ी में उन्होंने करोड़ों रुपये की परियोजनाओं की शिलान्यास और उद्घाटन किया है। पीएम ने रेवाड़ी में देश के 22वें ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस की आधारशिला रखी। इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि इन 7 अस्पतालों पर केंद्र की कुल लागत 10,000 करोड़ रुपये से ज्यादा है। उन्होंने कहा कि 2014 तक 7 दशकों में देश में 6 एम्स थे और अगले 10 दिनों में देश को 7 और एम्स मिलेंगे। 1650 करोड़ रुपये की लागत में बनने वाले एमस रेवाड़ी माजरा मुस्तिल भालखी गांव में 203 एकड़ जमीन पर बनाया जाएगा ।
क्या-क्या है एम्स की खासियत
रेवाड़ी में बनने वाले एम्स में 720 बेड रखे जाएंगे। इसके अलावा यहां 100 सीटों वाला एक मेडिकल कॉलेज, 60 सीटों वाला एक नर्सिंग कॉलेज, 30 बिस्तरों वाला एक आयुष ब्लॉक, संकाय औक कर्मचारियों के लिए आवासीय आवास, स्नातक और स्नातकोत्तर के लिए छात्रावास, एक रैन बसेरा और गेस्टहाउस भी होगा। एम्स की 18 स्पेशिएलिटी और 17 सुपर स्पेशिएलिटी में पेशेंट केयर सर्विस भी शामिल होंगी। इसमें कार्डियोलॉजी, गैस्ट्रो एंटरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी. यूरोलॉजी, न्यूरोलॉजी, न्यूरोसर्जरी, मेडिकल ऑन्कोलॉजी, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, एंडोक्रिनोलॉजी, बर्न और प्लास्टिक सर्जरी शामिल हैं। इसमें 16 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर डायग्नोस्टिक प्रयोगशालाएं और एक ब्लड बैंक भी होगा।
ये स्वास्थ्य सुविधाएं भी होगी उपलब्ध
मंत्रालय ने बताया कि प्रस्तावित एम्स स्नातक और स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा के साथ-साथ नर्सिंग और पैरोमेडिकल प्रशिक्षण भी देगा। एम्स से रेवाड़ी की स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार होगा। सुपर स्पेशियलिटी में गुणवत्तापूर्ण मेडिकल एजुकेशन प्रदान करेगा और वंचित क्षेत्र में स्वास्थ्य देखभाल को बढ़ावा मिलेगा। अधिकारियों ने कहा कि हरियाणा और आसपास के राज्यों जैसे राजस्थान, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के लोगों को एम्स रेवाड़ी में दी जाने वाले स्वास्थ्य सुविधाओं में बहुत फायदा होगा।