घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की यात्रा सुगम बनाने के लिए उत्तर प्रदेश बृज तीर्थ विकास परिषद ने बरसाना और वृंदावन में दो अनूठी रोपवे परियोजना शुरू की है। बृज तीर्थ विकास परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एसबी सिंह ने बताया कि बरसाना रोपवे का प्रायोगिक परीक्षण 18 जून को किया जाएगा।
यह रोपवे पर्यटकों को ना केवल रोमांचक अनुभव उपलब्ध कराएगा, बल्कि ट्रैफिक जाम की समस्या से भी उन्हें निजात दिलाएगा। बरसाना में लाडली मंदिर आने वाले पर्यटकों को इस मंदिर तक पहुंचने के लिए 250 से अधिक जर्जर और खतरनाक सीढ़ियों से गुजरना पड़ता है। हालांकि, रोपवे सुविधा शुरू होने से अब खासकर बुजुर्गों को लाडली मंदिर आने का अवसर मिलेगा।”
सिंह ने कहा कि बरसाना में रोपवे इस प्राकृतिक पहाड़ी का मनोरम दृश्य उपलब्ध कराएगा। अधिकारियों ने बताया कि 15.87 करोड़ रुपये की बरसाना रोपवे परियोजना में 12 ट्रालियां होंगी और एक घंटे में 500 से अधिक लोग यात्रा कर सकेंगे। किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए ट्राली परिचालन के दौरान बचाव दल के लोग मुस्तैद रहेंगे।
सर्वेक्षण के बाद वृंदावन रोपवे परियोजना की संभाव्य रिपोर्ट तैयार की जा रही है। यह रोपवे 7.9 किलोमीटर का होगा जिसमें लोग वैष्णो देवी मंदिर से दारुल पार्किंग तक 32 मिनट में पहुंच सकेंगे।
वृंदावन के लिए रोपवे परियोजना अभी प्रारंभिक चरण में है और इसमें आठ स्टेशन- बांके बिहारी मंदिर, इस्कॉन प्रेम मंदिर, चंद्रोदय मंदिर और वैष्णो देवी मंदिर शामिल होंगे। इस परियोजना की खासियत यह है कि इसे आधुनिक प्रौद्योगिकी का उपयोग कर विकसित किया जाएगा और यह एक घंटे में 2,000 लोगों की यात्रा की जरूरतें पूरी करेगा।