कोरोनावायरस के कारण देश के कई राज्य प्रभावित हो रहे हैं ऐसे में हमारे कोरोना वॉरियर्स दिन रात मेहनत कर रहें है ताकि लोगों को इस वायरस से बचाया जा सके। इसमें कोई शक नही कि इस लड़ाई में डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ ही हम सब के लिए भगवान है और वहीं हमें इस मौत के दलदल से बचा रहे हैं। ऐसे में इन कोरोना वारियर्स का मनोबल बढ़ाने वाले बहुत से लोग हैं और इस मनोबल को बढ़ावा दिया है मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने जिन्होंने खुद नर्स बनकर मोर्चा संभाला।
दरअसल मुम्बई की मेयर किशोरी राजनीती में आने से पहले एक सरकारी अस्पताल में बतौर नर्स काम करती थी। मुंबई के बीआईएल नायर चैरिटेबल हॉस्पिटल एंड टीएन मेडिकल कॉलेज में नर्स का काम करने पहुंची किशोरी पेडनेकर कहती है हम सब जानते हैं कि लोग इस समय कठिन दौर से गुजर रहे हैं और इस समय सभी नर्सें मेहनत कर रही हैं। उन्होंने बताया कि मैने नर्सिंग की पढ़ाई कर रहे द्वितीय और तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों को भी अस्पतालों में सेवा पर बुला लिया है। मैं यहां उन सभी का मनोबल बढ़ाने आई हूं।
किशोरी ने आगे बताया कि इस समय लोगों को यह अहसास कराने की सबसे ज्यादा जरूरत है कि लोग अपने घरों में ही रहें क्योंकि हम उनकी मदद के लिए यहां हैं।
किशोरी 12 बजे से लेकर दोपहर 3 बजे तक हर रोज काम करेंगी। उन्होंने युवा छात्रों का मनोबल बढ़ाने के लिए मेयर कप अवार्ड भी रखा है जो उन कुछ छात्रों को मिलेगा जो बेहतरीन काम करेंगी। किशोरी आगे बताती है कि जब उन्होंने दूसरे और तीसरे इयर की नर्सिंग की छात्रों को बुलाया तो उनके माता पिता का मुझे फोन आया और उन्होंने कहा कि उनकी बेटी इस कोरोनावायरस की स्थिति में ड्यूटी नही देगी जिस पर किशोरी ने जवाब दिया कि आपकी बेटी नर्स बनना चाहती है औ हां माना कि ये जॉब कठिन है लेकिन अगर हम ही अपनी ड्यूटी से भाग जाएंगे तो क्या फायदा होगा?
किशोरी राजनिती में आने से पहले 16 साल तक नर्स का काम कर चुकी है। अपने इस कदम पर वह कहती है, ' मेरी नेचर में ही लोगों की मदद करना है और सच बताऊं तो जब कोरोनावायरस भारत में नही फैला था तो भी मैं आधी रात को सड़कों पर जाया करती थी और हालातों का जायजा लेती थी। इसी तरह एक नर्स होने के नाते भी मैं लोगों की मदद करूंगी।
बात उनके राजनितिक जीवन की हो तो किशोरी ने शिवसेना प्रमुख बालासाहब ठाकरे से प्रेरित होकर शिवसेना की सदस्यता ली थी और वे चार बार वरली के जी-दक्षिण वार्ड की सभासद रह चुकी हैं। इतना ही नही कुछ माह पहले ही उन्हें मुंबई के प्रथम नागरिक, अर्थात महापौर की जिम्मेदारी मिली है। बता दें कि मुंबई देश में कोरोना का सबसे बड़ा हॉट स्पॉट बना हुआ है।