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Miss World फिनाले के लिए फाइनलिस्ट पहनेंगी खास ड्रेस, 723 कारीगरों ने एक महीने में बनाई हाथों से

  • Edited By Priya Yadav,
  • Updated: 28 May, 2025 10:15 AM
Miss World फिनाले के लिए फाइनलिस्ट पहनेंगी खास ड्रेस, 723 कारीगरों ने एक महीने में बनाई हाथों से

 नारी डेस्क: 31 मई को हैदराबाद में होने वाले मिस वर्ल्ड 2025 के ग्रैंड फिनाले में दुनिया की टॉप 40 सुंदरियां खास भारतीय कपड़े पहनेंगी। ये कपड़े तेलंगाना की पारंपरिक बुनाई से बने होंगे। इन परिधानों में पोचमपल्ली इकत, नारायणपेट और गोल्लाभामा जैसी पारंपरिक बुनाई की झलक होगी। कुल 242 ड्रेस तैयार की गई हैं, जिन्हें कारीगरों ने हाथ से बनाया है। इन ड्रेसों के डिज़ाइन को चारमीनार, गोलकुंडा किला और चौमहल्ला पैलेस जैसे हैदराबाद के ऐतिहासिक स्थलों से प्रेरणा लेकर तैयार किया गया है। ये परिधान भारत की कला, संस्कृति और विरासत को दुनिया के सामने पेश करेंगे।

सोने और मोतियों से सजे कपड़े

मिस वर्ल्ड 2025 फिनाले के लिए जो कपड़े तैयार किए गए हैं, उनमें 4 ग्राम असली सोने के धागे और असली मोती लगाए गए हैं। ये कपड़े सिर्फ सुंदर नहीं हैं, बल्कि भारत की संस्कृति और परंपरा को भी दिखाते हैं। सोना समृद्धि का और मोती पवित्रता व सुंदरता का प्रतीक माने जाते हैं।

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723 कारीगरों की मेहनत का नतीजा

इन खास परिधानों को 723 कारीगरों ने मिलकर सिर्फ एक महीने में तैयार किया है। ये सभी कपड़े हथकरघा (हैंडलूम) तकनीक से बने हैं, जो तेलंगाना की पुरानी बुनाई कला को दर्शाते हैं।

डिज़ाइनर अर्चना कोचर का खास डिज़ाइन

इन परिधानों को मशहूर डिज़ाइनर अर्चना कोचर ने डिज़ाइन किया है। उन्होंने बताया कि ये कपड़े नारी शक्ति, गरिमा और भारतीय परंपरा का प्रतीक हैं। भारत की ओर से मिस वर्ल्ड में हिस्सा ले रहीं नंदिनी गुप्ता एक खास पारंपरिक ड्रेस पहनेंगी, जिसे इन्हीं मूल्यों को ध्यान में रखकर बनाया गया है।

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ईको-फ्रेंडली ड्रेस

ड्रेस बनाते समय पर्यावरण का भी पूरा ध्यान रखा गया है। इनमें प्राकृतिक रंगों, स्थानीय कपड़ों, जीरो वेस्ट डिज़ाइन, और हथकरघा तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। यानी ये कपड़े प्रकृति के लिए भी सुरक्षित हैं। फिनाले के बाद ये ड्रेस मुंबई के जुहू स्टोर और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर दिखाए जाएंगे। इनकी बिक्री से जो पैसा मिलेगा, उसका इस्तेमाल तेलंगाना और भारत के महिला कारीगरों की मदद के लिए किया जाएगा।

पिछले साल से बड़ा बदलाव

पिछले साल मिस वर्ल्ड का फिनाले मुंबई में हुआ था, जिसमें इंडो-वेस्टर्न स्टाइल के कपड़े दिखे थे। लेकिन इस बार फोकस पूरी तरह भारतीय परंपरा और बुनाई कला पर है। ये एक कोशिश है भारत की सांस्कृतिक विरासत को दुनिया तक पहुंचाने की।

मिस वर्ल्ड 2025 सिर्फ एक सौंदर्य प्रतियोगिता नहीं, बल्कि भारत की कला, संस्कृति, परंपरा और कारीगरों की मेहनत को दिखाने का एक शानदार मौका है।
 

 

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