नारी डेस्कः लिवर हमारे शरीर का जरूरी अंग है। खुद को हैल्दी रखने के लिए लिवर का सही ढंग से काम करना बहुत जरूरी है लेकिन इन दिनों लिवर डैमेज- फैटी लिवर की समस्या बहुत ज्यादा सुनने को मिल रही है। लिवर डैमेज होने का एक बड़ा कारण खराब लाइफस्टाइल है। खान-पान सही ना रखना, नींद का पैटर्न खराब होना, बहुत ज्यादा स्ट्रैस लेना आदि। जब लिवर ठीक से काम नहीं करता या डैमेज हो रहा हो तो शरीर पहले ही कुछ संकेत देने लगता है। ऐसे बहुत से लक्षण हैं जो दिखने लगते हैं। चलिए आपको लिवर खराब होने की कुछ बड़ी निशानियां आपको बताते हैं।
पीलिया (जॉन्डिस)
लिवर में कोई परेशानी होती हैं तो त्वचा और आंखों में पीलापन नजर आने लगता है। यह लिवर खराब होने के बड़े लक्षणों में शामिल हो सकता है। पीलिया की शिकायत होने पर लिवर की जांच करवानी जरूरी होती है। पीलिया की शिकायत मरीज को तब होती हैं जब शरीर के अंदरूनी अंगों में गड़बड़ चल रही होती है।
भूख की कमी
लिवर में होने वाली दिक्कत के चलते पीड़ित व्यक्ति की भूख कम होने लगती है। भूख के साथ साथ मुंह का स्वाद भी बदल जाता है। थोड़ा सा खाने पर ही पेट जल्दी भर जाना या बहुत कम खाने के बाद भी पेट में भारीपन महसूस होने लगता है। कई बार ऐसा भी होता है कि आप जैसे ही कुछ भी खाते हैं आपका जी मचलाने लगता है और मतली जैसा होने लगता है।
यूरिन और मल में बदलाव
लिवर खराबी में यूरिन और मल का रंग भी संकेत देता है। यूरिक का रंग गहरा पीला और भूरे रंग का होने लगता है और मल का रंग भी हल्का और भूरा होने लगता है।
पेट में दर्द व सूजन
ऐसी स्थिति में पेट में दर्द व सूजन की शिकायत रहती हैं। खासकर पेट के ऊपरी व दाहिने हिस्से में दर्द या सूजन आने लगती हैं। यह लिवर की गड़बड़ी होने के प्रमुख लक्षणों में से एक हो सकता है।
कमजोरी-थकान जल्दी होना
बिना किसी मेहनत किए ही अगर शरीर में बहुत ज्यादा थकान और कमजोरी महसूस हो तो चेकअप जरूर करवाएं। जब चोट लगता है तो भी खून के थक्के बनने में दिक्कत आती है।
त्वचा में खुजली
त्वचा में खुजली या रेशेज होना भी लिवर की बीमारी के सामान्य लक्षणों में से एक है। अगर आपकी त्वचा में खुजली हो रही है, तो यह ऑब्ट्रक्टिव पीलिया का संकेत हो सकता है। इसके अलावा यह बाइल डक्ट में पथरी, बाइल डक्ट या पैंक्रियाज के कैंसर, प्राइमरी बाइलरी सिरोसिस के भी कारण हो सकता है।
ध्यान देने वाली बातें
अगर आप इनमें से कोई भी लक्षण महसूस कर रहे हैं तो चिकित्सक से परामर्श लेना महत्वपूर्ण है। लिवर की बीमारियाँ विभिन्न प्रकार की हो सकती हैं, जैसे कि हेपेटाइटिस, सिरोसिस या फैटी लिवर। ऐसे में लिवर की समस्या के हिसाब से उचित निदान और उपचार के लिए चिकित्सा सलाह जरूरी होती है। वहीं ऊपर बताएं गए लक्षण किसी अन्य हैल्थ संबंंधी समस्या के भी हो सकते हैं इसलिए डाक्टर की सही सलाह लेना अति आवश्यक है।