हिंदू धर्म में देवी-देवताओं की पूजा का विशेष महत्व है। महालक्ष्मी को धन की देवी कहा जाता है। इनकी कृपा होने से जीवन की परेशानियां दूर हो सुख-समृद्धि व शांति का वास होता है। मगर क्या आप जानते हैं कि महालक्ष्मी के कुल आठ स्वरूप है। ऐसे में महालक्ष्मी के इन आठ स्वरूपों की महिमा अपरंपार है। इनके इन रूपों की पूजा करने से हर क्षेत्र में सफलता मिलने के साथ यश, वैभव, साहस, संतान सुख, कर्ज से मुक्ति आदि की कृपा होती है। तो चलिए जानते हैं महालक्ष्मी के अष्टलक्ष्मी स्वरूपों के बारे में...
यशलक्ष्मी या धन लक्ष्मी
महालक्ष्मी के इस रूप की पूजा करने से समाज में मान-सम्मान व यश की प्राप्ति होती है। ऐसे में हर काम सफलता मिलने के साथ करियर में एक बेहतर स्थान मिलता है। साथ ही जिन घरों में अन्न का निरादर नहीं होता है। वहां अन्न व धन की कभी कमी नहीं होती है।
आयुलक्ष्मी
महालक्ष्मी का यह स्वरूप स्वस्थ रहने व आयु लंबी करने का आशीर्वाद देता है। असल में, सेहतमंद और लंबी आयु के बिना जीवन के संकल्प पूरे नहीं हो सकते हैं। कहा भी गया है कि, 'निरोगी काया पहला सुख'। ऐसे में जो लोग अक्सर बीमार रहते हैं उन्हें देवी मां के इस रूप की पूजा करनी चाहिए।
विद्यालक्ष्मी
बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र से जुडे़ लोगों को सफलता पाने के लिए विद्यालक्ष्मी की उपायना करनी चाहिए। इससे बुद्धि तेज होने के साथ जीवन की परेशानियों को समझने व उससे लड़ने की शक्ति मिलती है।
वीर लक्ष्मी
किसी भी काम को करने के लिए अंदर से साहत होना बेहद जरूरी होता है। मगर कई बार हम परिस्थिति व चीजों से डरने लगने है। इसके कारण कार्यों में असफलता का सामना करना पड़ता है। ऐसे में अगर आप भी इस समस्या से परेशान है तो महालक्ष्मी के वीर लक्ष्मी की पूजा करें। देवी मां मन का डर दूर करके जिंदगी की जिम्मेदारियों को स्वीकारने और निभाने की शक्ति प्रदान करती है।
सत्य लक्ष्मी
देवी मां के इस स्वरूप की उपासना करने से उच्च आदर्शों न नैतिकता की भावना आती है। हमेशा सच की राह पर चलने के साथ मुसीबत के समय दूसरों की मदद में खड़े रहने की भावना बढ़ती है। हर काम को दिल व ईमानदारी से करने की प्रेरणा मिलती है।
संतान लक्ष्मी
शादीशुदा लोगों के लिए उनकी संतान सबसे अनमोल होती है। ऐसे में निसंतान लोगों को देवी मां के इस रूप की पूजा करनी चाहिए। सच्चे मन से भक्ति करने से देवी मां संतान सुख देती है। इसके साथ ही हर कोई अपनी संतान को बेहतर व सफल बनाने की आस करता है। इसके लिए भी संतान लक्ष्मी सहायता करती है।
गृह लक्ष्मी
गृह लक्ष्मी देवी घर-परिवार को सुख-समृद्धि व शांति से भर देती है। नौकरी, कारोबार में सफलता दिलाने के साथ जीवन में खुशहाली दिलाती है। इनकी कृपा से व्यक्ति को घर और वाहन का सुख मिलता है।
विजया लक्ष्मी या जाया लक्ष्मी
विजया का अर्थ जीत होने से देवी मां के यह रूप का जीत का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में विजया या जाया लक्ष्मी मां जीवन की परेशानियों को दूर करके सफलता दिलाने में मदद करती है।